संपत्ति के झगड़े में युवक ने पहले भाई और फिर भाभी को मारी गोली - दोनों की मौत 

Youth killed first brother and then sister-in-law in property dispute
संपत्ति के झगड़े में युवक ने पहले भाई और फिर भाभी को मारी गोली - दोनों की मौत 
संपत्ति के झगड़े में युवक ने पहले भाई और फिर भाभी को मारी गोली - दोनों की मौत 

डिजिटल डेस्क सतना। सिटी कोतवाली अंतर्गत प्रेमनगर में शुक्रवार की दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब संपत्ति विवाद के चलते एक युवक ने पहले अपने ही बड़े भाई और फिर भाभी को अवैध पिस्टल से गोली मारकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने भतीजे पर भी निशाना साधा मगर फायर मिस हो गया। डबल मर्डर के बाद भी आरोपी भागा नहीं। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। 
दनादन दागे 2 फायर ,तीसरा मिस --------
पुलिस ने बताया कि प्रेमनगर निवासी यशपाल सिंह परिहार तनय स्व.जय मंगल सिंह (46) शुक्रवार को रोज की तरह दोपहर 3 बजे कपड़े की दुकान में काम करने के बाद घर लौटे। उस वक्त उनका छोटा भाई बृजेन्द्र सिंह (40) घर के पीछे बगीचे में खराब पड़ी टंकी सुधार रहा था।  इसी बीच यशपाल भी बगीचे में बने टॉयलेट की ओर गए। बताया गया है कि किसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। इसी बीच फायर के धमाके से पूरा घर हिल गया। फायर की आवाज सुनकर जब आरोपी बृजेन्द्र की भाभी सुनीता सिंह (43) मौके पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि देवर के हाथ में पिस्टल है और उसके पति खून से लथपथ फर्श पर तड़प रहे हैं। आरोपी ने दूसरा फायर भाभी पर खोल दिया। गोली लगने से भाभी भी अचेत हो गईं। यशपाल की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि सुनीता ने अस्पताल लाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। दोनों को बाईं तरफ गोली लगी। आरोप है कि मौके पर जब यशपाल का 22 वर्षीय बेटा कुलदीप पहुंचा तो आरोपी ने निशाना साध कर उसे भी गोली मारी। गनीमत थी फायर मिस्स कर गया। कुलदीप ने भाग कर पड़ोस में पनाह ली और वहीं से उसने डॉयल-100, पुलिस कंट्रोल रुम और सिटी कोतवाली पुलिस को वारदात की सूचना दी। 
डबल मर्डर के बाद भी भागा नहीं आरोपी :-----
घटना की खबर पर एसपी धर्मवीर सिंह यादव, सीएसपी विजय प्रताप सिंह,सिविल लाइन के थाना प्रभारी एसएम उपाध्याय, सिटी कोतवाली टीआई अर्चना द्विवेदी और कोलगवां के थाना प्रभारी मोहित सक्सेना मौके पर पहुंचे। आरोपी बृजेन्द्र सिंह डबल मर्डर के बाद भी घर से भागा नहीं। उसने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल घर में ही अलमारी के नीचे छिपा दी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि खून से लथपथ भाई और भाभी को एम्बुुलेंस तक पहुंचाने में भी आरोपी ने मदद की। आरोपी पुलिस की हिरासत में है। बताया गया है कि आरोपी लगभग एक माह पहले जबलपुर से आया था और उसने घर के अपने हिस्से में पुताई भी लगा रखी थी। 
आखिर,कहां से आई पिस्टल :--------
सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड से जुड़ा एक बड़ा पहलू यह भी है कि आखिर आरोपी बृजेन्द्र सिंह परिहार के पास अवैध पिस्टल आई कहां से? पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस वारदात से पहले आरोपी का उसकी भाभी से भी विवाद हुआ था। विवाद के बाद आरोपी ने किसी को फोन कर कहा था कि वह सामान भेज दे। इस फोन के बाद एक अज्ञात युवक आरोपी के घर पहुंचा और एक पैकेट देकर चला गया? सवाल यह है कि वह शख्स कौन था जो एक फोन पर थोड़ी ही देर में आरोपी को अवैध असलहा देकर चला गया था? क्या शहर में पिस्टल जैसे अवैध हथियार इतनी सहजता से उपलब्ध हैं? 
 विवाद की जड़ में मां की पेंशन भी :---------
पुलिस ने बताया कि हत्या का आरोपी बृजेन्द्र सिंह तनय स्व.जय मंगल सिंह परिहार पेशे से वकील है और जबलपुर में पत्नी राखी और 2 बेटियों के साथ रहता है। उसका पैतृक आवास यहां प्रेमनगर में है। पैतृक घर के एक हिस्से में उसके बड़े भाई यशपाल सिंह, पत्नी सुनीता सिंह (43) अपने तीन में से 2 बेटे यशवंत (25) और कुलदीप (22) के साथ रहते थे। जबकि तीसरा बेटा आशीष , शहडोल में अपने ताऊ महेन्द्र सिंह के पास रहता है। ताऊ डीपीओ पद से सेवानिवृत्त हैं। प्रेमनगर के इसी घर का दूसरा हिस्सा आरोपी बृजेन्द्र के हक में है। जहां 75 वर्षीया मां रमा देवी अपनी एक बेटी के साथ रहती हैं। बेटी की मानसिक हालत ठीक नहीं रहती है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के पिता पीएचई में डीए के पद पर पदस्थ थे। लगभग 25 वर्ष पहले उनकी मृत्यु के बाद मां को पेंशन मिल रही थी। इस पेंशन पर आरोपी का कब्जा था। हर माह पेंशन के समय आरोपी जबलपुर से सतना आ जाता था। झगड़े की जड़ मां के पेंशन का बंटवारा भी था।
 

Created On :   17 Oct 2020 10:52 AM GMT

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