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Dharashiv News: कोरोना काल की बची हुई 1 करोड़ रुपये की राशि बाढ़ पीड़ितों को दी जाएगी

Dharashiv News. जिले में सभी शिक्षक संगठन समन्वय समिति की बैठक शिक्षा अधिकारी के कक्ष में संपन्न हुई। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना काल में शिक्षकों द्वारा जमा की गई लगभग 1 करोड़ रुपये की राशि अब जिले के बाढ़ प्रभावित किसानों को दी जाएगी। गौरतलब है कि कोरोना काल में सभी शिक्षकों ने अपना एक दिन का वेतन कोविड खाते में जमा किया था, लेकिन यह राशि खर्च नहीं हो सकी। बाद में इस निधि से तुलजापुर में श्रद्धालुओं के लिए शिक्षक भवन बनाने का निर्णय हुआ था, परंतु वह योजना भी पूरी नहीं हो पाई। वर्तमान में जिले में आई अतिवृष्टि से फसलें, घर और जमीन बह गई हैं तथा किसानों को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। ऐसे में शिक्षकों के संगठनों ने सर्वसम्मति से तय किया कि यह राशि किसानों के पुनर्वास और राहत के लिए उपयोग की जाए। बैठक में अखिल शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष लालासाहेब मगर, जिला अध्यक्ष बशीर तांबोली, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बालकृष्ण तांबरे, संतोष देशपांडे, विभीषण पाटिल, कल्याण वेताले, रमेश बारसकर, अभय यादव, पवन सूर्यवंशी, कदम, चंदन लांडगे, बापू शिंदे, बालासाहेब घेवारे, तैय्यब अली शाह, विकास मुले और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
किसानों के न्याय की चिंगारी अब मशाल बनेगी – सांसद ओमप्रकाश राजेनिंबालकर
उधर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की ओर से किसानों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। सांसद ओमप्रकाश राजेनिंबालकर, विधायक कैलास पाटिल और शिवसैनिकों ने मिलकर किसानों को भेजे गए बैंक ऋण वसूली नोटिसों की होली जलाकर कड़ा विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ से किसान पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, ऐसे में ऋण वसूली नोटिस भेजना अमानवीय और अन्यायपूर्ण है। चुनाव से पहले महायुति सरकार ने ऋण माफी का वादा किया था, जो अब तक अधूरा है। राजेनिंबालकर ने चेतावनी दी कि यह आंदोलन केवल प्रतीकात्मक नहीं है। किसानों के न्याय की यह चिंगारी अब मशाल बनकर भड़केगी और सरकार को झुकने पर मजबूर करेगी।
Created On :   1 Oct 2025 7:39 PM IST