पन्ना: पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग में पक्षपातपूर्ण रवैया के आरोप

पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग में पक्षपातपूर्ण रवैया के आरोप
  • पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग में पक्षपातपूर्ण रवैया के आरोप
  • अनियमिततायें होने के आरोप लग रहे

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिले के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग में पक्षपातपूर्ण रवैया व्याप्त है। साथ ही अनियमिततायें होने के आरोप लग रहे हैं। हांसिल जानकारी के अनुसार विभाग में पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी (ए.व्ही.एफ.ओ.) विभाग की रीढ है क्षेत्र में एक-एक ए.व्ही.एफ.ओ. दो से तीन संस्थाओं में कार्य कर रहा है। कुछ ए.व्ही.एफ.ओ. चिकित्सक कार्यालय में पदस्थ होकर बाबू का कार्य कर रहे हैं। पदस्थ सभी ए.व्ही.एफ.ओ. चिकित्सक को रिक्त संस्थाओं में पदस्थ होना चाहिए जिससे उन्होंने जो डिप्लोमा या डिग्री ली है उसका फायदा पशुपालकों को मिले।

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जिले के अन्य क्षेत्र में कार्य करने वाले पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी का अक्सर वेतन रोक दिया जाता है। वेतन रोकने में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जाता है। इसी तरह क्षेत्रीय कर्मचारियों के क्लेम कभी भी समय पर नहीं दिये जाते हैं। ऐसे कई सेवानिवृत्त हुये कर्मचारी है जिनका एक वर्ष पूर्ण होने के बाद भी सम्पूर्ण भुगतान नहीं हुआ है और वह अपने भुगतान को प्राप्त करने के लिए चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं। पशु चिकित्सा विभाग में बहुत से ऐसे कर्मचारी है जो २०-२५ सालों से जमे हुए हैं लेकिन स्थानांतरण जिले में अन्यत्र व संभाग के बाहर किया जाना नितांत आवश्यक है। शासन के निर्देशानुसार निर्धारित समय पर भी कार्यालय में न पहुंचकर अपने मनमर्जी से पहुंचते हैं।

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इनका कहना है

काम न होने के कारण वेतन शासन के निर्देशानुसार रोका गया है वह निकल जायेगी अभी दो-तीन दिन बाहर हूं आकर देखता हूं।

डी.पी. तिवारी, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें पन्ना

Created On :   22 July 2024 11:00 AM IST

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