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पन्ना के अजयगढ निवासी गोल्डी गुप्ता का यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में चयन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना जिले के अजयगढ के सिंहपुर निवासी मध्यम वर्गीय परिवार के २७ वर्षीय युवक गोल्डी गुप्ता ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में १८१ रैंक प्राप्त कर आईपीएस कैडर के लिए चयनित हुए है। गोल्डी के पिता राजेश कुमार गुप्ता उर्फ राजू व माता गीता पांचवी पास है। यूपीएससी में सिविल सेवा परीक्षा २०२२ के रिजल्ट आज जारी कर दिए गए हैं। गोल्डी गुप्ता को यूपीएससी के पांचवें प्रयास में यह सफलता प्राप्त हुई है। पूर्व में वह दो बार यूपीएससी की प्रारंम्भिक और इसके बाद मुख्य परीक्षा में शामिल होकर साक्षात्कार में सम्मलित हो चुके थे और तीसरी बार यूपीएससी के साक्षात्कार में सम्मलित होकर उन्होंने सफलता प्राप्त की है। गोल्डी की प्रारंम्भिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से हुई और उसके बाद उन्होंने अजयगढ के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से पढ़ाई करते हुए कक्षा १२वीं की परीक्षा में सफलता प्राप्त की। अपने शिक्षक विनोद मिश्रा ने गोल्डी की प्रतिभा को परखकर वह उन्हें दिल्ली ले गए जहां पर गोल्डी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कढ़ोरीमल कालेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ही स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की तथा दिल्ली विश्वविद्यालय से वर्तमान में पीएचडी करते हुए यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे और अपने पांचवें प्रयास में वह यूपीएससी की परीक्षा में सफल हो गए। गोल्डी को मिली इस सफलता की जानकारी मिलने पर समूचे क्षेत्र में हर्ष की लहर व्याप्त है गोल्डी इस समय दिल्ली में है उन्हें वहीं पर इसकी जानकारी लगी।
पढ़ाई के साथ पिता के काम में करते थे सहायता, सब्जी भी बेचीं
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त आईपीएस के लिए चयनित गोल्डी गुप्ता शुरू से ही होनहार छात्र थे गोल्डी गुप्ता को बडे भाई रावेन्द्र गुप्ता भारतीय रेलवे में कार्यरत होकर झांसी मण्डल अंतर्गत मध्य प्रदेश के बीना जिले में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। पिता राजेश गुप्ता ने बताया कि वह और उनकी पत्नी दोनों पांचवी पास है। उनके दोनों बेटो ने स्वयं ही मन लगाकर पढ़ाई की। पिता राजेश ने बताया कि गोल्डी ने जब तक स्कूल की पढ़ाई की वह उनके हर कार्य में मदद करते रहे। पढ़ाई के साथ उनकी सिंहपुर में स्थित किराना दुकान में काम करते थे। खेत में उगने वाली सब्जी को बाजार ले जाकर भी गोल्डी बेंचता था। दोनों बेटे जब छत में पढ़ाई करते थे लोग कहते थे कि पढ़-लिखकर क्या बनेंगे परंतु उनके बेटों ने परिश्रम किया और उनका छोटा पुत्र गोल्डी आज बडी परीक्षा में पास होकर पुलिस अफसर बनने जा रहा है। उनकी कुल देवी और परिवार के आशीर्वाद से हमारे बेटे ने हमारे सपने को साकार कर दिया है। उनका बेटा अभी भी आईएएस के लिए निरन्तर प्रयासरत है दिनांक २८ मई को दिल्ली में उसकी परीक्षा है और उसके बाद वह वहां से घर लौटकर आयेगा।
यूपीएससी के इंटरव्यू में पन्ना में मिलने वाले डायमण्ड पर पूँछा गया सवाल
यूपीएससी से आईपीएस कैडर में चयनित गोल्डी ने अपनी सफलता को लेकर बताया कि उनके माता-पिता भले ही ज्यादा पढे-लिखे नहीं हैं परंतु उन्होंने हमेशा पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और इसके लिए उन्होंने कोई कमी नहीं होने दी। गोल्डी ने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा के पंाचवे प्रयास में उन्हें सफलता प्राप्त की है। गोल्डी ने बताया कि उनका इस बार का इंटरवयू अच्छा था जिससे सफलता प्राप्त की। उन्हे पूरी उम्मीद थी साक्षात्कार दल द्वारा पन्ना में डायमण्ड से जुडी जानकारी पूंछी गई जिस पर उनके द्वारा बताया गया कि पन्ना में मिलने वाले हीरे के उत्खनन से अधिक फायदा पन्ना को नहीं मिल रहा है लोगों को रोजगार मिले इसके लिए हीरा खदानो का कार्य मैकेनाईज्ड होना चाहिए। हीरे से मिलने वाले सम्पूर्ण राजस्व का उपयोग जिले में विकास कार्याे तथा लोगों को रोजगार देने के लिए होना चाहिए।
Created On :   24 May 2023 2:37 PM IST