पन्ना की प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थली का बज रहा है डंका

पन्ना की प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थली का बज रहा है डंका

डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रसिद्ध जैन संत गणाचार्य श्री १०८ महामुनिराज विराग सागर जी महाराज पन्ना के सलेहा के समीप अनादिकाल से प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थली श्रेयांश गिरी में जैन मुनि सासंग चातुर्मास कर रहे है। विराग सागर जी महाराज की चातुर्मास की पुण्य बेला में महाराज श्री के दर्शन प्राप्त करने के लिए जहां देश केे अलग-अलग प्रांतो से श्रद्धालु भक्तगण पहँुच रहे है वहीं बडी संख्या में महाराज श्री से वैराग्य दीक्षा के लिए शिष्य श्रीयांश गिरी पहँुचकर आर्शीर्वाद प्राप्त कर रहे है। महामुनि राज के चातुर्मास को लेकर उनके ३५० सहयोग शिष्य देश भर के ११ प्रांतो के ८० स्थानो पर उपसंग धर्म प्रभावनाकर धर्म का डंका बजा रहे है।

मीडिया प्रभारी भरत घुवारा ने जानकारी देते हुए बताया कि गणाचार्य श्री द्वारा 9 आचार्य, 7 उपाध्याय, 1 स्थविर,1 गणधर, 1 प्रवर्तक, 123 मुनि, 5 गणिनी आयिका, 90 आयिका, 21 क्षुल्लक, 44 क्षुल्लिका लगभग 350 दीक्षित साधु जन आज संपूर्ण देशभर के 80 स्थानों पर मध्य प्रदेश मैं 36 स्थानों पर उत्तर प्रदेश से 8, दिल्ली में 3, झारखंड में 7, महाराष्ट्र में 4, गुजरात में 2, राजस्थान में 10, हरियाणा मेंं 2, बंगाल में 1, बिहार में 3, आसाम में 1 स्थानों पर चातुर्मास सानंद संपन्न हो रहे हैं।6 दीक्षार्थियों को गणाचार्य श्री ने दिया दीक्षा का आशीर्वाद लिया गया है।

गणाचार्य श्री द्वारा अभी तक 140 मुनि आर्यिकाओं की कराई समाधी

आज छिंदवाड़ा से आए श्रमणा चार्य श्री 108 विभव सागर जी महाराज के संघस्थ 6 ब्रह्मचारिणी दीदी एवं भैया जी गणाचार्य श्री के चरण वंदना कर दीक्षा की स्वीकृति के लिए निवेदन किया गया। छह भैया बहनों की दीक्षा की भावना देखते हुए गणाचार्य श्री ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान कर मंगल आशीर्वाद दिया। इसी पावन अवसर पर सभी दीक्षार्थी भैया, बहनों की गोद भराई संपन्न हुई। ये दीक्षार्थी देशभर के विभिन्न नगरों के निवासी थे सभी दीक्षार्थी संसार से विरक्ति धारण कर जल्द ही आचार्य विवो सागर जी के कर कमलों से दीक्षा धारण कर कठिन व्रतों का पालन कर कर्मों की निर्जरा करेंगे। गणाचार्य श्री के दर्शन कर सभी दीक्षार्थी गण गदगद थे। सभी ने गुरु महिमा बतलाते हुए कहां कहा कि हम धन्य है कि हमें गणाचार्य श्री जैसे गुरुणाम गुरु प्राप्त हुई हुये और गुरु चरणों में यही भावना भाते हैं कि हम भी आपके पद चिन्हों मेंं चलकर एक दिन मोक्ष को प्राप्त करें।

Created On :   6 Aug 2023 6:29 AM GMT

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