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Panna News: शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित सलेहा क्षेत्रवासी, पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणाओं के बाद भी नहीं बना महाविद्यालय

- शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित सलेहा क्षेत्रवासी
- पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणाओं के बाद भी नहीं बना महाविद्यालय
Panna News: गुनौर विधानसभा अंतर्गत सलेहा क्षेत्र बहुसंख्यक आबादी वाला क्षेत्र माना जाता है। सलेहा क्षेत्र से सैकड़ों गांव के लगभग 35 से 40 हजार व्यक्तियों की प्राथमिक आवश्यकताओं की पूर्ति का केंद्र है। सलेहा नगर से ग्रामीणों की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। साथ ही सलेहा में ०4 निजी हायर सेकेण्डरी विद्यालय, एक शासकीय हायर सेकेण्डरी विद्यालय, ०3 निजी हाई स्कूल सहित कक्षा 1 से 8 तक के और भी विद्यालय संचालित हैं। सलेहा के समीपस्थ ग्राम पटना तमोली में एक शासकीय हायर सेकेण्डरी विद्यालय, दो निजी हाई स्कूल संचालित है। इस तरह सलेहा एवं पटना तमोली सहित करीब 7 से 8 हजार छात्र शिक्षण कार्य करते हैं। इस क्षेत्र से प्रति वर्ष 500 से भी अधिक छात्र कक्षा 12 उत्तीर्ण करने के बाद साधन सम्पन्न छात्र महानगरों में स्थित कालेजों में शिक्षण कार्य करने चले जाते हैं।
मध्यम वर्गीय छात्र स्वाध्यायी केन्द्रों पर शिक्षण कार्य करने लगते हैं। शेष छात्र-छात्राए शिक्षण कार्य बन्द कर देते हैं। यह समस्या गरीब छात्रों में देखने को मिलती है छात्र पढऩा चाहते हैं पर महाविद्यालय सलेहा क्षेत्र में न होने से छात्र पढ़ाई नहीं कर पाते। जिसको लेकर सलेहा क्षेत्रवासी हमेशा से मांग कर रहे हैं। जिस पर संवेदनशील तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गुनौर प्रवास के दौरान सलेहा को महाविद्यालय के साथ सलेहा क्षेत्र के समुचित विकास की घोषणा कर सलेहा को एक बड़ी सौगात दी थी जिस कारण सलेहा वासियों में काफी उत्साह था किंतु न आज तक महाविद्यालय का भूमि पूजन हुआ और न ही समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बन सका। तत्कालीन मुख्यमंत्री की घोषणा शोपीस बनकर रह गई हैं। सलेहावासी बस सरकार से उम्मीद लगाए हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार सहित चिकित्सकों की जरूरत
सलेहा क्षेत्र काफी विस्तृत है यहां पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है पर आवश्यक जांच सुविधाओं की कमी तो है साथ ही यहांं पर लगभग १०० गांवों के निवासी आश्रित है। यहां का स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन है। कर्मचारियों की कमी होने के कारण क्षेत्रवासियों को इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में जाना पड़ता है। सलेहा क्षेत्र में लगभग १०० गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलेहा से आश्रित हैं लेकिन आज तक जिला प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान आकर्षित नहीं किया न ही महिला चिकित्सक की नियुक्ति की गई। जिससे ग्रामीणों को शहरों में स्वास्थ्य सुविधा हेतु निजी अस्पतालों की शरण में जाना पड़ता हैं। तमाम विसंगतियों को लेकर सलेहा क्षेत्र हमेशा से बुनियादी सुविधाओं की समस्याओं से जूझ रहा है और जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अमले को सलेहा क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया गया है लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा सलेहा क्षेत्र के समुचित विकास की कल्पना नहीं की है।
सलेहा क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से चिकित्सक विहीन होने के कारण मरीजों तथा गर्भवती महिलाओं को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
धीरेन्द्र मिश्रा, कृषक
सलेहा क्षेत्र में भारी तादात में छात्र एवं छात्र अध्ययन करने आते हैं। महाविद्यालय न होने की वजह से बहुत से छात्र अपनी पढ़ाई बंद कर देते हैं।
राजकिशोर खरे, व्यापारी
सलेहा में महाविद्यालय न होने से छात्राओं को शहरों में रहकर पढ़ाई करना काफी कठिन होता है जिस बजह से वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती।
चन्द्रभान सिंगरौल, समाजसेवी सलेहा
Created On :   29 May 2025 2:31 PM IST