पन्ना: श्रीमद् भागवत कथा, पांचवे दिन श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं किया गया वर्णन

श्रीमद् भागवत कथा, पांचवे दिन श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं किया गया वर्णन

डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। जिले के मुख्यालय पहाडीखेरा के समीप इटौरा ग्राम में तिवारी परिवार द्वारा सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। पांचवे दिन की कथा में चित्रकूट धाम से पधारे ब्यास उमाशंकर दुबे जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाललीलाओ और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया उन्होनें श्रीकृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढ़ाते हुए पूतना वध,यशोदा माता के साथ बाल्यपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गौ प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, माक्खन चोरी, गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंग का कथा के दौरान वर्णन किया आपने ने कहा कि जमुना नदी में रहने वाले कालिया नाग का अत्यधिक विष जमुना में हो जाने के कारण कोई पशु-पक्षी यदि नदी के ऊपर से निकलता था तो उसकी मृत्यु हो जाया करती थी जिस कारण भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गेंद का बहना कर कालिया नाग को मारने के लिए जमुना में कूद गए।

कूदने के बाद कालिया नाग का वध कर जमुना नदी को विष से मुक्त किया तत्पश्चात श्रीकृष्ण को कंस का आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्रीकृष्ण बडे भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते है। श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा ब्यास द्वारा बीच-बीच मे सुनाये गए भजनों से श्रोतागण भावविभोर हो रहे है। आपने ने कहा कि भागवत कथा विचार,वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है कलियुग में हरिनाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है इसके लिए कठिन तपस्या और यज्ञ आदि करने की आवश्यकता नही हेै। तत्पश्चात कथा यजमान आनंद कुमार तिवारी पत्नी श्रीमती सुशीला तिवारी द्वारा श्रीमद्भागवत कथा की आरती की गई तत्पश्चात सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

Created On :   4 Dec 2023 11:59 AM IST

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