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Panna News: नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, दहेज प्रताड़ऩा और हत्या का आरोप

- नवविवाहिता की संदिग्ध मौत
- दहेज प्रताड़ऩा और हत्या का आरोप
- मृतिका के पोस्टमार्टम में भी हुई देरी
Panna News: सुनवानी थाना क्षेत्र के ग्राम सुनवानी कला में 22 वर्षीय नवविवाहिता श्रीमती नोनी बाई पति शिवदास पटेल की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। मृतिका का ससुराल पक्ष जहां आग लगने से मौत होना बता रहे हैं वहीं मायके पक्ष ने गंभीर आरोप लगाते हुए इसे दहेज हत्या और उसके बाद शव को जलाने का मामला बताया है। मृतिका के पिता इमरत पटेल ने अपनी बेटी के साथ मारपीट और शरीर पर चोट के निशान होने का दावा किया है। यह घटना गत दिवस १० जून की रात करीब १० बजे की है व मृतिका के एक ०६ माह की पुत्री भी है।
दहेज के लिए प्रताडऩा का आरोप
मृतिका के पिता इमरत पटेल जो गढ़ी करहिया के निवासी हैं उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने दो साल पहले अपनी बेटी नोनी बाई की शादी सुनवानी कला निवासी हीरालाल पटेल के बेटे शिवदास पटेल से की थी। उन्होंने मांग के अनुसार दहेज भी दिया था लेकिन शादी के कुछ ही महीनों बाद नोनी बाई की सास, पति और परिवार के अन्य सदस्यों ने पैसों की और मांग करना शुरू कर दिया। पैसे न देने पर उनकी बेटी को लगातार प्रजाडित किया जा रहा था। इसी साल फरवरी में परिवार ने उन्हें 70 हजार रुपये की राशि भी दी थी लेकिन इसके बावजूद नोनी बाई को प्रजाडित करना बंद नहीं हुआ। मृतिका के पिता का आरोप है कि परिवार के सदस्यों ने नोनी बाई के साथ मारपीट की जिससे उसकी नाक, शरीर और छाती पर चोट के निशान हैं। उनका कहना है कि ससुराल पक्ष झूठी कहानी गढक़र आग से मौत बता रहा है जबकि असल में मारपीट के दौरान ही उनकी बेटी की मृत्यु हो गई थी और उसके बाद परिवार के सदस्यों ने ही शव को आग लगा दी।
पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को करना पड़ा लंबा इंतजार
मृतिका के परिजनों ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया में हुई देरी पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि सुनवानी पुलिस द्वारा रात्रि लगभग 11-12 बजे के बीच शव को सिमरिया स्थित शव विच्छेदन गृह में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था। मृतिका की उम्र को देखते हुए पोस्टमार्टम महिला चिकित्सक की उपस्थिति में किया जाना आवश्यक था लेकिन सुनवानी थाना के अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा इसकी सूचना कब दी गई इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरिया में पदस्थ डॉक्टर सुबह से ही महिला चिकित्सक का इंतजार करते रहे। परिजनों का आरोप है कि उन्हें सुबह ०8 बजे से ही बताया जा रहा था कि पन्ना, अजयगढ़ से महिला चिकित्सक पहुंच रही हैं जब दोपहर 12 बजे तक कोई भी महिला चिकित्सक नहीं पहुंची तो परिजनों ने स्थानीय विधायक को इसकी जानकारी दी। विधायक ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमएचओ पन्ना से बात की और अपनी नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद हरदुआ खमरिया में पदस्थ डॉ. रेखा जाटव को पोस्टमार्टम के लिए सिमरिया भेजा गया। मृतिका का पोस्टमार्टम डॉक्टर सुयश श्रीवास्तव और डॉ. रेखा जाटव के पैनल द्वारा संपन्न किया गया। परिजनों ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि सिमरिया मुख्यालय से हरदुआ खमरिया की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है फिर भी स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शव के पोस्टमार्टम के लिए महिला चिकित्सक की व्यवस्था करने में 12 घंटे से अधिक का समय लग गया। यह घटना जिले के स्वास्थ्य अमले की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े करती है। यह घटना एक बार फिर महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों और स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था पर प्रकाश डालती है। परिजनों द्वारा पुलिस और प्रशासन से इस मामले में निष्पक्ष और त्वरित जांच की उम्मीद की जा रही है जिससे उनकी बेटी को न्याय मिल सके व दोषियों को सजा मिल सके।
इनका कहना है
प्रथम दृष्टया यह मामला संवेदनशील प्रतीत होता है। मृतिका का बिसरा एफएसएल सागर भेजा रहा है। जांच उपरांत ही मृत्यु के वास्तविक कारणों का पता लग पायेगा।
डॉ. सुयश श्रीवास्तव, मेडिकल ऑफिसर सिमरिया
Created On :   12 Jun 2025 11:33 AM IST