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Panna News: चार घंटे तक तपड़ती रही प्रसूता, डॉक्टर नहीं आए हुई मौत, प्रसूता की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा, डॉक्टर पर कार्यवाही मांग

- चार घंटे तक तपड़ती रही प्रसूता, डॉक्टर नहीं आए हुई मौत
- प्रसूता की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा
- डॉक्टर पर कार्यवाही मांग
Panna News: जिला अस्पताल पन्ना के मेटरनिटी वार्ड में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक प्रसूता महिला असहनीय दर्द से चार घंटे तक तपड़ती रही लेकिन डॉक्टर समय पर नहीं पहुंची जिससे उसकी मौत हो गई है। इस घटना ने एक बार फिर से जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति उजागर हुई है। प्रसूता महिला के मौत के बाद विलाप करते हुए परिजनों द्वारा जिला अस्पताल में हंगामा किया गया। जिसके बाद जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आलोक गुप्ता द्वारा घटना की जांच के आदेश देते हुए एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। पूरे घटनाक्रम को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार पन्ना के अमानगंज के वार्ड क्रमांक ०६ आसमानी मोहल्ला निवासी प्रमोद चौधरी की ३० वर्षीय पत्नी मृतिका रमन चौधरी को प्रसव वेदना के बाद गुरूवार की रात्रि को परिजनंों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमानगंज में भर्ती कराया गया जहां प्रसूता महिला का प्रकरण गंभीर होने पर होने पर पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया।
परिजनों को अस्पताल तक ले जाने के लिए परिजनों द्वारा जब जननी एक्सप्रेस वाहन की मांग की गई तो बताया गया कि एम्बूलेंस के लिए एक से डेढ़ घण्टे तक का समय लग सकता है जिसके बाद प्रसूता श्रीमती रमन चौधरी को उसका पति प्राइवेट गाडी से जिला अस्पताल पन्ना लेकर आया और ३० मई २०२५ शुक्रवार पूर्वाह्न ०१:०६ बजे जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में भर्ती कराया गया। प्रसूता की हालत गंभीर हो चुकी थी और वह असहनीय दर्द से तड़प रही थी मृतिका के पति का आरोप है कि वार्ड के स्टाफ से वह कई बार-बार डॉक्टर को बुलाने की मिन्नत करता रहा जिस पर वार्ड स्टाफ द्वारा स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मीना नामदेव को इमरजेंसी काल भी भेजा गया परंतु इसके बाद भी चिकित्सक नहीं पहुंची और सुबह करीब ०५:३० बजे उसकी पत्नी की मौत हो गई।
प्रसूता की मौत की जानकारी मिलने पर पहुंंचे परिजन
जिला अस्पताल पन्ना के मेटरनिटी वार्ड में प्रसूता महिला की मौत की जानकारी मिलने पर धीरे-धीरे उसके परिजनों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया और सुबह होते ही अस्पताल में बडी संख्या में परिजन पहुंच गए। प्रसूता के साथ हुए घटनाक्रम के चलते दुखी परिजनों की नाराजगी अस्पताल में सामने आई और विलाप करते हुए परिजनों ने स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मीना नामदेव पर गंभीर आरोप लगाते कार्यवाही मांग शुरू कर दी गई जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन सहित अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। परिजनों के साथ ही गुनौर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी जीवनलाल सिद्धार्थ, सामाजिक कार्यकर्ता जीतेन्द्र सिंह जाटव, नगर पालिका पन्ना के पार्षद रेहान मोहम्मद सहित अन्य लोगों द्वारा जांच कार्यवाही की मांग करते हुए नाराजगी जाहिर की गई। जिसके बाद चर्चा करते हुए अस्पताल प्रशासन जांच कार्यवाही के लिए तैयार हुआ और तत्काल ही एक समिति बनाकर जांच संबधी आदेश पत्र जारी किया गया जिसके बाद अस्पताल में बनी अप्रिय स्थिति पर विराम लगा।
सात दिवस के अंदर प्रतिवेदन देगी जांच कमेटी
अस्पताल में प्रसूता महिला की हुई मौत के घटनाक्रम में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन द्वारा एक तीन सदस्यीय कमेटी डीएचओ डॉ. एम.के. गुप्ता की अध्यक्षता में बनाई गई है। कमेटी में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. नीरज जैन, मेडिकल चिकित्सक डॉ. अपराजिता तिवारी सदस्य बनाये गए है। जांच के दौरान लिपकीय कार्य संपादित करने की जिम्मेदारी मुख्य लिपिक राम बहादुर कौंदर, लिपिक महिपाल सिंह को सौंपी गई है। जारी किए जांच आदेश में कहा गया है कि श्रीमती रमन चौधरी पति प्रमोद चौधरी उम्र ३० वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक ०६ आसमानी मोहल्ला अमानगंज को दिनांक ३० मई को पूर्वाह्न ०१:०६ बजे जिला चिकित्सालय पन्ना के मेटरनिटी वार्ड में भर्ती किया गया था जिसकी मृत्यु सुबह ०५:३० बजे हो गई। मृत प्रसूता के परिजनों द्वारा डॉ. मीना नामदेव स्त्री रोग विशेषज्ञ के विरूद्ध लापरवाही किए जाने के कारण प्रसूता की मृत्यु होना बताया जा रहा है एवं प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाकर दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की जा रही है जिस पर जंाच समिति का गठन किया जाता है तथा समिति के सदस्य सात दिवस में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगें।
इनका कहना है
मेरी पत्नी का नौवां महिना था दर्द होने पर अमानगंज अस्पताल ले गए जहां से पन्ना अस्पताल रेफर कर दिया गया था। अस्पताल में एम्बूलेंस नहीं मिलने पर पत्नी की हालत के चलते प्राइवेट वाहन करके अस्पताल लेकर आए अस्पताल में भर्ती करने के बाद स्टाफ द्वारा बताया गया कि सीजर केस की स्थिति लग रही है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मीना नामदेव को वह बार-बार बुलवाता रहा डॉक्टर नहीं आई और हालत बिगड़ती गई और सुबह करीब ०५:३० बजे मेरी पत्नी की मौत हो गई।
प्रमोद चौधरी, मृतिका का पति
परिजनों ने स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के समय पर प्रसूता के उपचार में लापरवाही किए जाने के आरोप लगाये गये हैं। परिजनों की मांग पर घटना से संबंधित जांच के लिए एक कमेटी बनाकर जांच प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने का आदेश जारी किया गया है। जो भी जांचं में आयेगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
डॉ. आलोक गुप्ता
सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय पन्ना
Created On :   31 May 2025 12:12 PM IST