Pune City News: गोखले बिल्डर ने रद्द किया जैन बोर्डिंग जमीन का सौदा

गोखले बिल्डर ने रद्द किया जैन बोर्डिंग जमीन का सौदा

भास्कर न्यूज, पुणे। शहर के बिल्डर विशाल गोखले ने जैन बोर्डिंग ट्रस्ट के साथ हुए जमीन के लेन-देन को रद्द करने का फैसला लिया है। जैन बोर्डिंग की जमीन का मुद्दा पिछले कुछ दिनों से गरमाया हुआ था। मामले में शहर के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे। बढ़ते विवाद को देखते हुए बिल्डर गोखले ने जमीन के लेन-देन को रद्द करने के फैसले की जानकारी ट्रस्ट को ईमेल के जरिए दी है।

ईमेल में गोखले ने कहा है कि नैतिक आधार पर लेन-देन से बाहर निकलने का फैसला किया है। वे जैन समुदाय की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे। उन्होंने लेनदेन के तहत ट्रस्ट को दिए 230 करोड़ रुपए वापस देने का भी आग्रह किया। पुणे की मॉडल कॉलोनी स्थित सेठ हीराचंद नेमचंद जैन दिगंबर बोर्डिंग (जैन बोर्डिंग) सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के अधीन संपत्ति है। भूमि की बिक्री रद्द करने की मांग को लेकर जैन बोर्डिंग में आंदोलन चल रहा है। जैन बोर्डिंग जमीन बिक्री मामले में महायुति के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहे थे। पूर्व विधायक रवींद्र धंगेकर लगातार केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल पर गंभीर आरोप लगा रहे थे। आरोप था कि राज्यमंत्री मोहोल उस गोखले कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े हैं जिसे जैन बोर्डिंग हाउस की जमीन बेची गई। साथ ही जैन मंदिर और आसपास की जमीन और मंदिर को गिरवी रखकर 70 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है।

मामले में मुंबई चैरिटी कमिश्नर ने तुरंत सुनवाई कर स्थिति को 'जैसी है' वैसे ही रखने का निर्देश दिया था। मामला तूल पकड़ता देख दो दिन पहले मोहोल ने जैन बोर्डिंग जाकर जैन मुनि गुप्तिनंदी महाराज से बातचीत की थी। उन्होंने मुनि को आश्वासन दिया था कि जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। उसी के तहत बिल्डर विशाल गोखले ने जैन बोर्डिंग ट्रस्ट के साथ हुए जमीन के लेन-देन को रद्द करने का फैसला किया है। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने रविवार देर रात को बताया कि गोखले बिल्डर्स ने पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि उसने इस सौदे को रद्द करने का निर्णय लिया है। हालांकि, गोखले बिल्डर या ट्रस्टियों ने अभी तक आधिकारिक तौर पर मीडिया के सामने आकर मामले में स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

जमीन जैन बोर्डिंग ट्रस्ट के नाम होने तक जारी रहेगी लड़ाई

पूर्व सांसद और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने कहा

जैन समुदाय की भावनाओं को ध्यान रखते हुए हमने गोखले बिल्डर्स को जैन बोर्डिंग की जमीन का लेन-देन रद्द करने का अनुरोध किया था। गोखले बिल्डर्स ने अनुरोध स्वीकार कर लिया है और जैन बोर्डिंग (एचएनडी) ट्रस्ट को मेल भेजकर लेन-देन रद्द करने की जानकारी दी है। भले ही गोखले बिल्डर्स ने लेन-देन रद्द करने के लिए मेल भेजा है, लेकिन पूरी संपत्ति वर्तमान में गोखले बिल्डर के नाम पर है। जब तक गोखले बिल्डर्स का नाम हटाकर एचएनडी ट्रस्ट का नाम चढ़ता और विद्यार्थियों को एडमिशन नहीं मिलता, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।

यह बात पूर्व सांसद और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने कही। शेट्टी की अध्यक्षता में जैन बोर्डिंग में 86 से अधिक जैन संगठनों की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि जैन बोर्डिंग को बेचने का निर्णय अवैध है। मुझे गोखले बिल्डर्स

के मेल की प्रति मिली है। फिलहाल जमीन गोखले बिल्डर के नाम पर है, इसलिए, मुरलीधर मोहोल से अनुरोध किया है कि केवल पत्र देने से हमारी लड़ाई समाप्त नहीं होगी। लेनदेन पूरी तरह रद्द किया जाना चाहिए और सरकार को पहल करना चाहिए।

Created On :   28 Oct 2025 3:05 PM IST

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