सतना: आर्थिक तंगी से परेशान युवा हेल्पर की खुदकुशी के बाद हंगामा, कलेक्ट्रेट ६ घंटे शव रख कर प्रदर्शन

आर्थिक तंगी से परेशान युवा हेल्पर की खुदकुशी के बाद हंगामा, कलेक्ट्रेट ६ घंटे शव रख कर प्रदर्शन
  • आर्थिक तंगी से परेशान युवा हेल्पर की खुदकुशी केबाद हंगामा
  • कलेक्ट्रेट ६ घंटे शव रख कर प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, सतना। आर्थिक तंगी से परेशान २३ वर्षीय युवा हेल्पर सत्यम सिंह की खुदकुशी के तीसरे दिन मंगलवार को यहां उस वक्त हालात हंगामाई हो गए जब परिजन छत्तीसगढ़ के भिलाई से शव लेकर पैतृक गांव बिरहुली पहुंचे। परिजनों के साथ नाराज ग्रामीणों ने दोपहर दो बजे कोलगवां थाना अंतर्गत जेपी भिलाई सीमेंट प्लांट बाबूपुर के गेट पर शव रख कर विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया। विरोध प्रदर्शन लगभग ४ घंटे चला। इसी बीच मौके पर कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पहुंच गए। उन्होंने जेपी भिलाई सीमेंट के जीएम शंभू नाथ सिंह से बात की लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाने पर लगभग आधा सैकड़ा ग्रामीणों के हुजूम ने कलेक्टर के आफिस की ओर कूच कर दिया। संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में मृतक का शव रख कर विरोध जताया गया। हालात की भनक लगते ही एडीएम ऋषि पवार,एडीशनल एसपी शिवेश सिंह, एसडीएम नीरज खरे, सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान और सिटी कोतवाली टीआई शंखधर द्विवेदी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। परिजनों, प्रशासनिक अफसरों और सीमेंट प्रबंधन के बीच लंबी बातचीत के बीच प्रदर्शन तकरीबन ६ घंटे तक चला।

यह भी पढ़े -महाराष्ट्र से लूटा गया ट्रक भरौली में छोड़कर भागे बदमाश

८ माह से नहीं मिला था वेतन:----

मृतक सत्यम सिंह पिता मोतीमन सिंह (२३) निवासी बिरहुली के चाचा हीरामन सिंह ने पुलिस को बताया कि २ वर्ष पहले सत्यम की भर्ती यहां बाबूपुर स्थित जेपी भिलाई सीमेंट प्लांट में हेल्पर के पद पर हुई थी। भर्ती के बाद उसे तभी ट्रेनिंग के लिए भिलाई भेज दिया गया था। ट्रेनिंग के बाद वहीं उसे नौकरी पर रख लिया गया था। आरोप है कि विगत ८ माह से फैक्ट्री में काम बंद था। श्रमिकों को टुकड़ों-टुकड़ों में वेतन दिया जा रहा था जो न देने के बराबर था। आर्थिक स्थिति खराब हो जाने के कारण सत्यम ने परिवार चलाने के लिए कर्ज लेना शुरु कर दिया था। एक तरफ जहां वेतन नहीं मिल रहा था, वहीं दूसरी तरफ कर्ज नहीं मिल रहा था। जिनसे से उसने कर्ज लिया था वह भी वापसी का दबाव बनाने लगे थे। आर्थिक तंगी से परेशान हेल्पर ने अंतत: १० मार्च को क्वार्टर में शाम ५ बजे फंासी लगाकर खुदकुशी कर ली। तीसरे दिन शव लेकर मंगलवार को परिजन बिरहुली पहुंचे तो जेपी भिलाई सीमेंट प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा भडक़ गया।

यह भी पढ़े -हाइवा की ठोकर से ट्रैक्टर सवार दो युवकों की मौत

स्थायी नौकरी का लिखित आश्वासन:-----

कलेक्ट्रेट में शव रख कर विरोध कर रहे परिजन परिवार के एक युवक को स्थायी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। प्रबंधन ने लिखित रुप से आश्वस्त किया कि आवेदन मिलने के १५ दिन के अंदर स्थायी नौकरी दी जाएगी। एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ प्रबंधन ने यह भी आश्वासन दिया कि छत्तीसगढ़ स्थित जेपी के भिलाई प्लांट में काम कर रहे परिवार के अन्य ४० श्रमिकों को ४-४ के गु्रप में क्रमश: भिलाई से बाबूपुर ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

यह भी पढ़े -आरपी सिंह डीएसपी आजाक और महादेव नागोटिया डीएसपी महिला सेल बनाए गए

Created On :   13 March 2024 4:18 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story