ICC Changed The Rules: ICC ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नियमों में किया बदलाव, इस तारीख से होंगे लागू

- क्या है ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नियम
- फील्डिंग टीम को अंपायर देगा दो वॉर्निंग
- नए नियम 2025-27 सायकल से होंगे लागू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट को काफी लोग पंसद करते हैं। ऐसे में दर्शकों को कई बार अपने पसंदीदा बल्लेबाज के आउट हो जाने से बेहद दुख होता है और कभी-कभी तो अंपायर और थर्ड अंपायर के द्वारा लिए गए निर्णयों पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं। उन गलतियों से बचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसीस) ने 8 नियमों में बदलाव किए हैं। जिसमें कैच लेना, बल्लेबाज का आउट होना, नो बॉल समेत 8 नियम हैं। ये नए नियम 2 जुलाई से लागू हो जाएंगे। आइए जानते है कि आईसीसी ने कौन से बड़े नियमों में बदलाव किए।
टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक के नियम में बदलाव
आईसीसी ने टी-20 और वनडे क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक नियम में बदलाव किया था। इसके एक साल बाद अब टेस्ट मैच के नियमों में बदलाव किया जा रहा है। टेस्ट मैच में हमेशा स्लो ओवर रेट की बड़ी समस्या बनी हुई है। आईसीसी के नए नियमों के अनुसार, फील्डिंग टीम को पिछला ओवर खत्म होते ही अगले एक मिनट के भीतर दूसरे ओवर की शुरूआत करनी होगी। फील्डिंग टीम अगर ऐसा नहीं करती है तो उसे अंपायर के जरिए दो वॉर्निंग दी जाएगी। इसके बाद भी अगर अगला ओवर शुरू नहीं होता है तो हर बार 5 रन का जुर्माना लगाया जाएगा। 80 ओवर के बाद फिर से फील्डिंग टीम को चेतावनी दी जाएगी। ये नियम 2025-27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से लागू हो जाएगा।
शॉर्ट रन पर लगेगा बड़ा जुर्माना
आईसीसी ने शॉर्ट रनों के मामले में भी नियम में बदलाव किया है। पहले नियम था कि अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर शॉर्ट रन लेता था तो उस पर 5 रन का जुर्माना लगाया जाता था। लेकिन नए नियम के मुताबिक अगर बेस्टमैन एक्स्ट्रा रन चुराने के लिए जानबूझकर रन पूरा नहीं करता है तो उस स्थिति में अंपायर फील्डिंग वाली टीम से पूछेगा की कौन से बल्लेबाज को स्ट्राइक पर भेजना है। साथ ही पांच रन का जुर्माना भी लगेगा। ये निर्णय जब लिया जाएगा, तब अंपायर को लगेगा कि बल्लेबाज ने उसे धोखा देने के लिए रन नहीं बनाया था।
सलाइवा लगने पर नहीं बदलेंगे गेंद
आईसीसी ने पहले ही गेंद पर सलाइवा लगाने पर बैन लगाया हुआ है। लेकिन इसमें बड़ा परिवर्तन यह किया है कि अगर अंपायर किसी गेंद पर सलाइवा पाते है तो उस गेंद को तुरंत नहीं बदला जाएगा। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि टीमें जानबूझकर सलाइवा का उपयोग करती है, ताकि गेंद जल्दी बदली जा सके। लेकिन अब अंपायर गेंद को उसी वक्त बदलेंगे जब उसकी स्थिति में बड़ा बदलाव हुआ हो, जैसे गेंद गीली हो या एक्स्ट्रा चमक दिखाई दे रही है।
डीआरएस प्रोटोकॉल में भी बड़ा बदलाव
आईसीसी के नए डीआरएस प्रोटोकॉल के अनुसार, अंपायर एलबीडब्ल्यू आउट देता है और रिव्यू की मांग होती है तो उस स्थिति में बॉल-ट्रैकिंग ग्राफिक दिखाया जाएगा। उसमें बल्लेबाज आउट दिखता तो वह आउट माना जाएगा।
अंपायर और खिलाड़ी के रिव्यू में बदलाव
आईसीसी ने अंपायर और खिलाड़ी के रिव्यू में बड़ा बदलाव किया है। पहले अंपायर और दूसरे टीवी अंपायर के रिव्यू देखने के बाद विचार किया जाता था, ताकि यह पता लगाया जा सके कि खिलाड़ी आउट है कि नहीं। लेकिन अब नए नियम के अनुसार अगर बल्लेबाज पहली घटना में आउट हो जाता है तो गेंद डेड हो जाएगी। दूसरे रिव्यू की जांच नहीं होगी।
कैच को लेकर बदला नियम
कैच को लेकर भी आईसीसी ने नियम बदले हैं जिसके मुताबिक अब तीसरा अंपायर केवल कैच की समीक्षा करेंगा। पहले तीसरा अंपायर कैच के साथ नो-बॉल की भी समीक्षा करता है।
ये दो बड़े बदलाव किए
आईसीसी ने वनडे क्रिकेट में 35वें ओवर के बाद एक नई गेंद का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। जिससे अब डेथ ओवर्स में तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा बाउंड्री पर होने वाले कैच के नियमों में भी बदलाव किया है। अगर अब कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर वाली गेंद को छूता है तो उसे अवैध माना जाएगा। जैसे कि फील्डर एक ही बार बाउंड्री से बाहर वाली गेंद को उछाल कर कैच पकड़ सकता है।
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Created On : 26 Jun 2025 7:58 PM IST