India vs England Test Series: निचले क्रम के बल्लेबाजों के फेल होने से लेकर...खराब फील्डिंग तक, ये हैं टीम इंडिया के लीड्स टेस्ट हारने की वजहें

- पहले मैच में हारी टीम इंडिया
- खराब फील्डिंग और निचले क्रम के बल्लेबाजों का फेल होना बना वजह
- अहम मौकों पर छोड़े कैच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को 5 विकेट से करारी हार मिली है। इंग्लैंड टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेहमान टीम को 5 विकेट से पटखनी दी। पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे शुभमन गिल पहली परीक्षा में फेल साबित हुए हैं। आखिर वो कौन से कारण थे जिनकी वजह से एक समय मैच को जीतते नजर आ रही टीम इंडिया को हार का सामना करना..
निचले क्रम की बल्लेबाजी का असफल होना
भारत की हार का बड़ा कारण उसका लोवल ऑर्डर बल्लेबाजी का फेल होना है। पहली पारी में टीम इंडिया ने केवल तीन विकेट खोकर 430 रन बना लिए थे। लेकिन अगले 41 रन में ही टीम इंडिया ने अपने 7 विकेट गंवा दिए थे। ऐसे ही दूसरी पारी में भी टीम इंडिया के निचले बल्लेबाजी क्रम ने निराश किया। एक समय 5 विकेट के नुकसान पर 333 रन बना चुकी टीम अगले 31 रन के अंदर ही ढह गई। इस तरह भारतीय टीम ने दोनों पारियों को मिलाकर केवल 72 रनों के भीतर 13 विकेट गंवा दिए।
कैच ड्राप होना
अहम मौकों पर भारतीय फील्डर्स के द्वारा कैच छोड़ना भी हार का बड़ा कारण बना। टीम ने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 9 कैच छोड़े। इनमें से चार तो अकेले यशस्वी जायसवाल ने ड्राप किए। इसमें पहली पारी में 99 रन की पारी खेली खेलने वाले हैरी ब्रुक का कैच भी शामिल है, जिनकी उस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने 465 रन बनाए। अगर वह उस समय आउट हो जाते तो भारत इंग्लैंड की बढ़त और ज्यादा हो सकती थी। वहीं दूसरी पारी में जायसवाल ने डकेट का कैच छोड़ा था, जो उस समय 97 रन पर खेल रहे थे। यदि उनका विकेट उस समय मिल जाता तो मैच का परिणाम और कुछ हो सकता था।
खराब क्षेत्ररक्षण
चौथी पारी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 371 रनों का लक्ष्य रखा था। चौथा दिन खत्म होने तक इंग्लैंड ने बिना विकेट गंवाए 21 रन बना लिए थे। ऐसे में पांचवें दिन 350 रन और बनाने थे। लीड्स के मैदान पर अब तक केवल 2 बार ही 350+ का स्कोर चेज हुआ था। पांचवें दिन 350+ स्कोर चेज कर पाना बहुत बड़ी बात होती है, इस बीच बेन डकेट और जैक क्रॉली सेट हो चुके थे। उनके बीच हुई 188 रनों की साझेदारी ने भारत को मैच से बाहर कर दिया। ऐसे में जरूरत थी कि कप्तान गिल फील्डिंग खोलें और मैच को ड्रॉ की ओर मोड़ने की कोशिश करें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इंग्लैंड ने चौथी पारी में ताबड़तोड़ अंदाज में बैटिंग कर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ 44 चौके और 3 छक्के लगाए।
Created On :   25 Jun 2025 12:23 AM IST