Margashirsha Maas 2025: शुरू हो रहा है मार्गशीर्ष महीना, श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी की पूजा से मिलेगी सुख-समृद्धि

शुरू हो रहा है मार्गशीर्ष महीना, श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी की पूजा से मिलेगी सुख-समृद्धि

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मार्गशीर्ष माह- स्कंद, नारद और शिव पुराण में मार्गशीर्ष माह का उल्लेख मिलता है, जिसमें इस माह में धार्मिक अनुष्ठान और दान पुण्य का वर्णन किया गया है। स्कंद पुराण में मार्गशीर्ष में व्रत और ब्राह्मणों को भोजन कराने के महत्व के बारे में बताया गया है, जबकि शिव पुराण में अन्नदान और चांदी के दान को महत्वपूर्ण बताया गया है।

इस माह में भगवान कृष्ण और मां लक्ष्मी की उपासना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में स्नान, पूजा, जप-तप और दान करने का विधान है, जिससे घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। साथ ही सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिलती है। मार्गशीर्ष माह सतयुग के आरंभ का प्रतीक भी है, जिससे इस माह की महत्ता और भी बढ़ जाती है।

मान्यता है कि इस महीने में गंगा स्नान, श्रीमद्भगवदगीता का पाठ, 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप' और भगवान श्री कृष्ण की उपासना करना विशेष फलदायी माना जाता है। संध्याकाल में भी भगवान की उपासना करना अनिवार्य है। साथ ही बाल-गोपाल को भोग लगाते समय तुलसी का पत्ता जरूर शामिल करें। ऐसा करना शुभ माना जाता है।

मासिक कार्तिगाई- पुराणों के अनुसार मासिक कार्तिगाई, जिसे मासिक कार्तिगाई दीपम भी कहते हैं। यह त्योहार हर महीने तब मनाया जाता है, जब चंद्र मास के दौरान कार्तिगाई नक्षत्र प्रबल होता है। यह भगवान शिव और उनके पुत्र भगवान मुरुगन (कार्तिकेय) को समर्पित है। इसे अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने और दीप जलाने से जीवन से नकारात्मकता दूर होती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   6 Nov 2025 9:43 PM IST

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