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दैनिक भास्कर हिंदी: यदि आपकी कुण्डली में बुध की स्थिति खराब है तो करें ये उपाए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुंडली में यदि बुध नीच स्थान पर है और यदि बुध ग्रह के कारण आपके जीवन में उथल-पुथल हो रही है तो आप ज्योतिष के ये उपाय या टोटके अपना सकते हैं।
बुध प्रथम भाव लग्न में
कुंडली में अगर बुध प्रथम भाव में नीचा यानि अच्छे फल देने वाला ना हो तो हरे रंग के वस्त्र व मांस-मदिरा से परहेज करना चाहिए।
बुध दुसरे भाव में
दूसरे भाव में बुध ग्रह से उत्तम फल पाने के लिए मांस-मदिरा से परहेज करना चाहिए। साथ ही कुछ विशेष पालतू पशु जैसे भेड़, बकरी या तोता आदि को नहीं पालने की सलाह दी जाती है।
बुध तृतीय भाव में
तृतीय भाव में बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए पक्षियों को दाना डालना और बकरी का दान करना शुभ माना जाता है। और जातक को फिटकरी से अपने दांत साफ करने की सलाह दी जाती है।
बुध चौथे भाव में
कुंडली के चौथे भाव में बुध है और इस कारण से आपको पीड़ा हो रही है तो अपने गले में सोने और चाँदी की चेन धारण करना उचित माना जाता है। साथ ही बंदरों को गुड़ खिलाने की सलाह दी गई है।
बुध पंचम भाव में
पांचवें भाव में बुध की पीड़ा शांत करने के लिए जातक को गाय की सेवा और तांबे के सिक्के को सफेद धागे में लपेटकर गले में धारण करने की सलाह दी जाती है।
बुध छठे भाव में
छठे भाव या घर में बैठे बुध ग्रह के शुभ फल पाने के लिए कृषि भूमि में गंगाजल से भरी बोतल खेत में गाड़ने की सलाह दी जाती है। ऐसे जातक की पत्नी को बाएं हाथ में चांदी की अंगूठी धारण करना चाहिए।
बुध सातवे भाव में
ज्योतिष के अनुसार सातवें भाव में यदि बुध ग्रह से हानि हो रही हो तो साझेदारी के व्यवसाय तथा जुए, सट्टे, शेयर बाजार आदि से बचना चाहिए।
बुध आठवे भाव में
आठवें भाव में बुध ग्रह के अशुभ परिणामों को कम करने के लिए मट्टी के घड़े में शहद भरकर शमशान की भूमि में गाड़ना शुभ होता है।
बुध नौवें भाव में
नौवें भाव में बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए या दुष्प्रभावों से बचने के लिए मंदिर, धार्मिक स्थल या संत को मशरूम दान करना शुभ माना जाता है। साथ ही किसी भी साधू या संत से ताबीज आदि नहीं लेना चाहिए।
बुध दसवें भाव में
दसवें भाव में बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए मंदिर में चावल और दूध दान करना चाहिए। ऐसी स्थिति में मांस-मदिरा से भी परहेज करना चाहिए।
ग्यारहवें भाव में बुध
कुंडली के 11वें भाव में बुध के होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो पन्ना व हरे रंग से परहेज करना उचित है। किसी भी साधू से कोई भी ताबीज नहीं लेना चाहिए।
बारहवें भाव में बुध
कुण्डली के बारहवें भाव में बैठे बुध ग्रह की पीड़ा या अशुभ फलों को कम करने के लिए स्टील की अंगूठी धारण करना शुभ होता है। नई मटकी बहते जल में प्रवाहित करना उचित होता है।
कृपया ध्यान दे विशेष नोट:
किसी भी उपाय को करने से पहले अपनी कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं।
यह उपाय संकेत मात्र हैं इन्हें बिना जानकारी के उपयोग करना विपरीत फल देने वाला भी हो सकता है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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