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देश के 2 लाख स्कूलों में हैं किचन गार्डन : निशंक

हाईलाइट
- देश के 2 लाख स्कूलों में हैं किचन गार्डन : निशंक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर के स्कूली छात्रों को पौष्टिक भोजन के प्रति अब पहले के मुकाबले और अधिक जागरूक बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। पौष्टिक भोजन के प्रति जागरूकता को देखते हुए ही देशभर में 2 लाख 40 हजार से अधिक विद्यालयों में किचन गार्डन भी स्थापित किए गए हैं। अलग-अलग राज्यों में बनाए गए इन किचन गार्डन में पौष्टिक सब्जियां उगाई जा रही हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, देशभर के दो लाख 43 हजार विद्यालयों में किचन गार्डन बनाए जा चुके हैं। बीते वर्ष तक एक लाख 56 हजार स्कूलों में किचन गार्डन बनाए थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा, पौष्टिक भोजन को लेकर छात्रों की जानकारी बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। साथ ही इसके माध्यम से छात्रों को पर्यावरण के प्रति अधिक सचेत किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, पौष्टिक आहार और पौष्टिक सब्जियां प्रदान करने वाले किचन गार्डन के संदर्भ में दिशानिर्देश बनाए गए हैं। ये दिशानिर्देश सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को जारी किए जा चुके हैं। कई स्कूलों में उगाई जाने वाली सब्जियों का इस्तेमाल स्कूल में दिए जाने वाली मिड-डे मील में भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली एवं देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए पौष्टिक भोजन लेने का परामर्श दिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पौष्टिक भोजन लेने से शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है, जिससे हमारा शरीर जल्दी संक्रमित नहीं होता है। शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों एवं हरी सब्जियों की भी मुख्य भूमिका है।
संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, विभिन्न विद्यालयों में स्थापित किए गए किचन गार्डन में विभिन्न प्रकार की सब्जियों एवं वनस्पतियों के पौष्टिक गुणों से छात्रों को नियमित तौर पर अवगत कराया जा रहा है। सब्जियों की पौष्टिक क्षमता से अवगत होने पर छात्रों की रुचि पौष्टिक आहार के प्रति बढ़ जाती है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।