M M Keeravani Birthday: चार साल की उम्र से की संगीत सीखने की शुरुआत, ऐसे तय किया ऑस्कर तक का सफर, बॉलीवुड को भी बनाया दिवाना

चार साल की उम्र से की संगीत सीखने की शुरुआत, ऐसे तय किया ऑस्कर तक का सफर, बॉलीवुड को भी बनाया दिवाना
  • एम एम कीरवानी मना रहे अपना 64वां जन्मदिन
  • चार साल की उम्र से की संगीत सीखने की शुरुआत
  • ऐसे तय किया ऑस्कर तक का सफर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एम एम कीरवानी देश के जाने माने संगीतकार हैं। उनके गाने सिर्फ साउथ में ही नहीं बल्कि पूरे देश में खूब पंसद किए जाते हैं। 'बाहुबली' और 'आरआरआर' जैसी फिल्मों से पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले संगीतकार एम एम कीरवानी आज अपना 64वां जन्मदिन मान रहे हैं। उनके संगीत ने दुनियाभर में भारत नाम रोशन किया। उन्होंने अपनी कला से एक संगीतमय सफर तय किया है जिसने उन्हें ऑस्कर और गोल्डन ग्लोब जैसे इंटरनेशनल अवॉर्ड तक पहुंचाया है। तो चलिए जानते हैं कीरवानी के संगीतमय सफर की कहानी-

चार साल की उम्र से की संगीत सीखने की शुरुआत

एम एम कीरवानी का जन्म आंध्र प्रदेश के कोव्वुर में हुआ। बच्पन से ही उन्हें संगीत सीखने का शोक था। उनके पिता कोडुरी शिव शक्ति दत्ता एक लिरिसिस्ट और स्क्रिनप्ले राइटर थे। चार साल की उम्र में ही वायलिन सीखना शुरू कर दिया था। और इसके बाद ही उन्होंने म्यूजिसियन बनने की ठान ली थी।

ऐसे हुई करियर की शुरुआत

इसक बाद कीरवानी ने मलयालम म्यूजिक डायरेक्टर सी राजामणि और तेलुगु म्यूजिक डायरेक्टर के चक्रवर्ती से आगे का संगीत सिखा। 1987 में उन्होंने असिस्टेंट म्यूजिक डायरेक्टर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर उन्हें पहला बड़ा मौका फिल्म ‘कल्कि’ से मिला। लेकिन वो फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। उनकी किस्मत तब बदली जब राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘क्षण क्षणम’ (1991) आई। फिल्म के गानों ने उन्हें रातोंरात साउथ में पॉपुलर बना दिया। लोगों ने उनके संगीत को खूब पसंद किया।


इस फिल्म से किया बॉलीवुड डेब्यू

एम एम कीरवानी ने फिल्म क्रिमिनल (1994) से बॉलीवुड डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने जख्म, साया, इस रात की सुबह नहीं, सुर, जिस्म, जैसी फिल्मों में भी म्यूजिक दिया। ‘गली में आज चांद निकला’, ‘जादू है नशा है’ और ‘आवारापन बंजारापन’ जैसे सुपरहिट गानों ने हिंदी ऑडियंस को भी उनका दीवाना बना दिया। और ये गाने आज भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर है।


‘नाटू नाटू’ के लिए मिला ऑस्कर

2023 में एस एस राजामौली की फिल्म आरआरआर का गाना ‘नाटू नाटू’ इतिहास रच गया। कीरवानी के इस गाने ने ऑस्कर में बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड जीतकर भारत का नाम रोशन किया। इसके पहले ये गाना गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड भी जीत चुका था। बता दें ऑस्कर म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ज में से एक है।

एम एम कीरवानी को मिल चुके कई अवॉर्ड्स

एम एम कीरवानी को उनके करियर में कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें 1 ऑस्कर अवॉर्ड, 1 गोल्डन ग्लोब, 2 नेशनल फिल्म अवॉर्ड, 11 नंदी अवॉर्ड, 8 फिल्मफेयर अवॉर्ड, 1 LAFCA अवॉर्ड,1 क्रिटिक्स चॉइस मूवी अवॉर्ड मिल चुका है। इसके अलावा एम एम कीरवानी भरतीय सिनेमा में उनके अहम योगदान के लिए पद्म श्री अवॉर्ड भी दिया गया।


Created On :   4 July 2025 1:15 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story