लड़की की वर्जिनिटी कोई खजाना नहीं जिसे पति के लिए संभालकर रखें : कल्कि कोचलिन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपनी एक्टिंग के लिए मशहूर बॉलीवुड अदाकारा कल्कि कोएचलिन अपने एक लेख के कारण सुर्खियों में आ गई हैं। एक प्रतिष्ठित अखबार के लिए लिखे इस लेख में कल्कि ने बेबाक अंदाज में वर्जिनिटी, सेक्स और Me too जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की। कल्कि ने इस लेख में समाज में जारी रुढ़ीवादी सोच पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मर्द और औरत को सेक्स के प्रति जागरुक होना चाहिए। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कल्कि ने अपने बयान से मीडिया और फैंस का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वे इससे पहले भी इस तरह के बयान दे चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि फिल्मों में इंटीमेट सीन्स शूट होने से पहले एक्टर और एक्ट्रेस का एक दूसरे पर यकीन करना चाहिए।
साल के अंत में एक अखबार को दिए आर्टिकल में कल्कि कोएचलिन ने लिखा कि भारतीयों को यौन संबंधों के बारे में बातचीत को आम चर्चा में शामिल करना चाहिए, जिससे पुरुष और औरत शारीरिक संबंधों के मामले में सशक्त हो सकें। कल्कि ने लिखा कि सेक्स को गंदा या पवित्र बताना बंद होना चाहिए, क्योंकि किसी चीज को गंदा बताना उसे और अट्रेक्टिव बनाता है और पवित्र कहना ताकतवर। वर्जिनिटी कोई खजाना नहीं है जिसे कोई लड़की संभालकर रखे और तोहफे के रूप में शादी के बाद पति को दिया जाए।
अपने लेख में कल्कि ने लिखा कि यह सही समय है जब पेरेंट्स को अपने बच्चों से सेक्स के बारे में चर्चा करनी चाहिए। हम यौन हिंसा पर तब तक बात नहीं कर सकते जब तक कि हम सुख और इच्छाओं के बारे में बात नहीं करते। हमें लड़कियों को यह बताना चाहिए कि ना का मतलब ना के अलावा कुछ नहीं है। पर यह भी जरुरी है कि अगर उन्हें उसकी जरुरत लगे तो वे हां भी बोल सकें।
अपने लेख के आखिर में कल्कि ने लिखा कि हम 20 साल से लड़कियों को पढ़ा लिखा रहे हैं और लड़कों को पूरी तरह से भूल गए हैं। हमें लड़कों की शिक्षा पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए, जिससे उन्हें यह पता रहे कि आधुनिक और आगे की सोच रखने वाली लड़की के साथ रहना है।
Created On :   1 Jan 2019 11:45 PM IST