क्वीन कंगना का सैफ को जवाब,घोडों की तुलना कलाकारों से क्यों?
डिजिटल डेस्क,मुंबई। आपने पॉलिटिक्स में तो नेपोटिज़्म (परिवारवाद) के बारे में खूब सुना होगा। लेकिन पिछले एक हफ्ते से इसी मसले पर बॉलीवुड में भी जोरदार बहस चल रही है। दरअसल, 'कॉफी विद करण' शो में बॉलीवुड 'क्वीन' कंगना रनाउत ने बॉलीवुड में नेपोटिज़्म के मसले को उठाया था, जिसपर काफी बहस भी हुई थी। अब हाल ही में हुए आईफा अवॉर्ड्स-2017 में इस मामले पर करण जौहर, सैफ अली खान और वरुण धवन ने मजाक किया और इस मामले को हवा दे दी। जिससे कंगना नाराज हो गई। इसके लिए पहले वरुण धवन और करण जौहर ने तो कंगना से माफी मांग ली। लेकिन सैफ अली खान ने नेपोटिज़्म पर 20 जुलाई को एक ओपन लेटर लिखा जो काफी वायरल हो गया। इसके बाद सैफ को जवाब देने के लिए कंगना ने भी एक ओपन लेटर लिखा है, जिसकी चर्चा अब चारों तरफ हो रही है। क्योंकि कंगना ने सैफ को ओपन लेटर के जरिए करारा जवाब दिया है।
कंगना ने क्या लिखा?
कंगना रनाउत ने अपने लेटर में लिखकर नेपोटिज़्म पर चल रही बहस को हेल्दी डिबेट बताया है। कंगना ने कहा कि इस मामले पर वो कई लोगों से सहमत हैं और कई लोगों से असहमत। कंगना ने कहा कि, "आज सुबह मेरी नींद उस लेटर से खुली है जो सुबह से इंटरनेट पर घूम रहा है और इसे सैफ अली खान ने लिखा है। आखिरी बार मैं तब परेशान हुई थी, जब मैंने इस मसले पर करण का लिखा एक ब्लॉग पढ़ा था। यहां तक कि एक इंटरव्यू में फिल्म बिजनेस में रहने के लिए कई जरुरी चीजें बताई थी। लेकिन उनमें टैलेंट का कहीं नाम नहीं था। सैफ ने अपने ओपन लेटर में लिखा है कि मैंने कंगना से कॉल करके माफी मांग ली और अब मैं इसके लिए जवाबदेह नहीं हूं। लेकिन ये मेरे अकेले का मामला नहीं है।"
कंगना ने आगे लिखा कि 'नेपोटिज़्म एक ऐसी प्रोसेस है। जहां लोग तार्किक सोच और टैलेंट की बजाय मानवीय भानाओं के आधार पर फैसले ले लेते हैं।' उन्होंने कहा कि कोई भी बिजनेस जो मूल्यों पर न चलकर मानवीय भावनाओं पर चलता है, तो वो इससे सतही लाभ तो पा सकता है लेकिन कभी भी वास्तविक तौर पर लाभ नहीं ले सकता। वो 130 करोड़ लोगों के इस देश की वास्तविक क्षमता पर रोक लगा देता है।
घोड़ों की तुलना कलाकारों से कैसे की जा सकती है?
कंगना ने आगे सैफ को जवाब देते हुए लिखा कि मैंने जेनेटिक्स की पढ़ाई भी की है, लेकिन मुझे ये समझ नहीं आया कि आप हाइब्रिड रेस के घोड़ों और एक कलाकार की तुलना कैसे कर सकते हैं? क्या आप ये कहना चाहते हैं कि क्रिएटीविटी, एक्सपीरियंस, क्यूरोसिटी, डिसीप्लीन और प्यार जैसी क्वालिटी जीन्स से आते हैं?
Created On :   23 July 2017 2:40 PM IST