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दैनिक भास्कर हिंदी: B'day Spl: सिर्फ अपनी शर्तों पर जीता है 'टाइगर' सलमान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सलमान खान, बॉलीवुड फिल्मों का एक ऐसा सितारा जो जितना बदनाम हुआ उसकी उतनी ही फैन फॉलोइंग बढ़ती चली गई। आज सलमान खान बॉलीवुड के सबसे चरम के सितारे हैं। सलमान इस साल फोर्ब्स की सूची में भी पहले स्थान पर हैं, वे सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सितारों में सबसे ऊपर हैं। सलमान की फिल्म 'टाइगर जिंदा है' ने इस साल उन्हें सबसे बड़ा सितारा बना दिया है। उनकी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के कई रिकार्ड तोड़ डाले हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि फिल्मों में सलमान खान का नाम ही उनके लाखों-करोड़ों फैन्स के लिए उनकी पहचान बन जाता है। उनके कई फैंस उन्हें प्रेम नाम से पसंद करते हैं तो कई राधे नाम से…आज सलमान खान 52 साल के हो गए हैं।
उनका जन्म 27 दिसंबर, 1965 को इंदौर में हुआ, वे मशहूर लेखक सलीम खान के बेटे हैं। सलमान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से की थी। सलमान खान को बॉलीवुड के ‘बैड बॉय’ के नाम से भी जाना जाता है। सलमान अपने फैंस के लिए एक शानदार शरीर वाले खरे सोने जैसे दिल वाले इंसान हैं, जो लोगों की मदद करने से नहीं चूंकते हैं।
मैंने प्यार किया से ही छा गए थे सलमान
सलमान ने वर्ष 1988 में अपने फिल्म ‘बीवी हो तो ऐसी’ से सहायक कलाकार के रुप में बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की, जिसमें वे अभिनेत्री रेखा के देवर बने थे। जिसके बाद सलमान खान को सूरज बड़जात्या फिल्मस के बैनर की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ (1989) में बहुत बड़ा ब्रेक मिला, इस फिल्म से वह रातों रात स्टार बन गए। इसी के साथ उनका प्रेम नाम उनके चाहने वालों की जुबान से जुड़ गया। फिल्म ‘हम आपके है कोन’ में सलमान की एक्टिंग ने एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उनकी ‘सनम बेवफा’ की सफलता ने सलमान को बॉलीवुड का सबसे चमकता सितारा बना दिया।
विश्व के सातवें मोस्ट हैंडसम है सलमान
वैसे तो सलमान ने कई फिल्में की लेकिन उनमें सबसे कम बजट की फिल्म ‘तेरे नाम’ से ही सबसे ज्यादा उनके फैन्स की गिनती में इजाफा हुआ। 2003 में जब सलमान खान की फिल्म ‘तेरे नाम’ आई, तो युवाओं में एक अलग ही खुमार या कहे बुखार से चढ़ गया। सभी सलमान खान के जैसे लुक में आ गए। हालांकि सलमान खान को किसी भी ट्रेंड को सेट करने के लिए ही जाना जाता है। आज उनके बॉड़ी बिल्डिंग के ट्रेंड के कारण ही इंडस्ट्री में अधिकतर अभिनेता फिट बॉडी के साथ आ रहे हैं, और वहीं इंडस्टी के बाहर भी सलमान के करोड़ों चाहने वाले उनको फॉलो करते हुए अपना बदन बना रहे है। सलमान को विश्व के सातवें मोस्ट हैंडसम का अवार्थ भी मिला है। जिसमें उन्हें हीरों से जड़ित एक टाई प्रदान की गई है, लेकिन सलमान खान ने खुद बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता धर्मेंद्र से प्रेरणा लेकर बॉडी बिल्डिंग की शुरुआत की थी। आज सलमान खान 52 साल के हो गए हैं, लेकिन वह किसी 25-30 साल के युवा से कम नहीं लगते है। सलमान जितने फिल्मों में फिट दिखते हैं उतना ही असल जिंदगी में भी रहते हैं। नियमित जिम करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा है।
नए कलाकारों के करियर मेकर हैं सलमान
सलमान हर मायने में सुपरस्टार है और उनके प्रशंसकों की संख्या का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। हालांकि सलमान के साथ कई विवाद भी जुड़े हैं, लेकिन फिर भी वह आज बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में से एक है। सलमान को आम जनता ही नहीं बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री भी बहुत प्यार करती है। सलमान खान ही एकमात्र ऐसे बॉलीवुड स्टार हैं जिनको कई सितारों को इस इंडस्ट्री में लॉन्च करने का श्रेय जाता है। हिमेश रेशमिया, संजय लीला भंसाली और साजिद-वाजिद को भी इंडस्ट्री में सलमान की मदद से ही लॉन्चिंग मिली थी। सलमान नए युवाओं की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। तो वहीं सेलेब्रिटीज भी सलमान से मदद मांगने में नहीं हिचकिचाते हैं। हाल ही में उन्होंने सुनील शेट्टी की बेटी आथिया को लॉन्च किया। इसके साथ ही आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली को भी लॉन्च किया। सलमान खान कई एक्ट्रेसेज के भी बॉलीवुड में एंट्री के पीछे सपोर्टर के तौर पर रहे हैं। विवादों से घिरे रहने के बावजूद आज बॉक्स ऑफिस पर सबसे पॉवरफुल स्टार सलमान ही है।
जरूरतमंदों के लिए हमेशा खड़े रहते हैं सलमान
सलमान खान का नाम उन सितारों की श्रेणी में सबसे उपर है जो लोगों की मदद के लिए सबसे आगे रहते हैं। बॉलीवुड में वही ऐसे स्टार है जो बच्चों और गरीबों के लिए खुद का फाउंडेशन चला रहे हैं। बीइंग ह्यूमन नाम से उनका फाउंडेशन जरूरतमंदों के लिए है। वह दूसरे फाउंडेशंस और एसोसिएशंस की मदद करने में भी नहीं पीछे हटते हैं। सलमान किसी भी चैरिटी शो में जाते हैं तो अक्सर यह देखा गया है कि वे पीड़ित परिवार या इंसान का सारा दुख अपने हिस्से ले लेते हैं और उनकी झोली में खुशियां डाल देते हैं।
एक्टर ही नहीं राइटर और पेंटर भी हैं सलमान
सलमान खान न केवल एक बेहतरीन एक्टर हैं, बल्कि वे एक राइटर और पेंटर भी हैं। सलमान खान को लेखन की कला तो अपने पिता से ही मिल गई थी। हालांकि उनकी लिखी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं किया। सलमान ने वीर और सूर्यवंशी की पटकथा लिखी है। सलमान खाली समय में पेंटिग करते हैं। इतना ही नहीं वे इन पेंटिंग को बेचकर भी लोगों की मदद कर देते हैं। आमिर खान और सुभाष घई को वे इस तरह की कई पेंटिंग्स गिफ्ट कर चुके हैं। सलमान की मानें तो उनकी पेंटिंग की बिक्री से जो पैसा आता है, वे उसे अपने चेरीटेबल ट्रस्ट बीइंग ह्यूमन में लगा देते हैं।
‘बीइंग सलमान’ से जानिए भाईजान से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें....
1. सलमान की पहली फिल्म मैंने प्यार किया की डबिंग इंग्लिश में ‘वेन लव काल्स’ नाम से हुई थी। जो कि गुयाना के कैरिबियन मॉर्केट में सबसे बड़ी हिट फिल्म रही। इस फिल्म ने और कई जगहों और भाषाओं में रिलीज की के बाद जबरदस्त कामयाबी हासिल की।
2. ‘ओ ओ जाने जाना’ गाने में उनका शर्टलेस होना काफी पापुलर हुआ था। उस सीन के बाद 52 की उम्र में आज भी सलमान के फैंस उन्हें शर्टलेस देखना पंसद करते हैं। सलमान भी मौके-मौके पर अपनी शर्ट उतार देते हैं।
3. सलमान की फिल्म ‘वांटेड’ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट रही। इस फिल्म में ने उन्हें एक्शन फिल्मों के सुपरस्टार के रूप में पहचान दी।
4. सलमान खान अगस्त 2013 में इंटरनेट पर के सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले भारतीय बने।
5. ‘दबंग’ ने कमाई के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए थे और 3 इडिट्स को कमाई में पीछे छोड़ दिया।
6 सलमान ने मुसीबत में कई लोगों की मदद की है। जिनमें कैटरीना कैफ, सेनाक्षी सिन्हा, अर्जुन कपूर, असिन, हिमेश रेशमिया ये ऐसे प्रमुख नाम हैं जिन्हें फिल्म इंडस्ट्री में सलमान ने मदद की है।
7. बीइंग ह्यूमन के नाम से सलमान का खुद का प्रोडक्शन हाउस है। जो भी पैसे इस प्रोडक्शन के जरिए आते हैं, उन्हें बीइंग ह्यूमन में दान किया जाता है।
8. 2008 में सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाले शो ‘दस का दम’ को सलमान ने होस्ट किया। इस शो ने टीआरपी के कई पुराने रिकार्ड तोड़ दिए। ये शो ही है जिसने सोनी चैनल को वापस इंडियन टेलीविजन रेटिंग में तीसरा स्थान पर पंहुचा दिया।
9. सलमान खान के बदौलत ही बिग बॉस ने भी टीआरपी के सारे रिकार्ड तोड़े। इस शो को भी सलमान होस्ट कर रहे हैं।
10. 2004 में यूएसए की पीपुल मैगजीन ने सलमान को दुनिया का सातवां सबसे हैंडसम पर्सन का स्थान दिया था। जिसमें उन्हें हीरो से जड़ित टाई भेंट की गई थी।
11. सलमान खान के 50 वें जन्मदिन पर उनके उपर लिखी गई बायोग्राफी ‘बीइंग सलमान’ भी पब्लिश की जा चुकी है।
12. सलमान खान को फटे जींस का ट्रेंड सेट करने के लिए जाना जाता है। उनके अनुसार, वे मजबूरी में फटा जींस पहनते थे, लेकिन लोगों ने उसे ट्रेंड बना लिया।
13.सलमान खान लोगों को वे गिफ्ट में घड़ियां देते हैं। इसका कारण उनके बचपन से जुड़ा एक किस्सा है। बकौल सलमान, बचपन में उन्हें घड़ी पहनने का बहुत शौक था, लेकिन एक बार जब उन्होंने अपने दोस्त से उसकी घड़ी मांगी तो उसने उसे रोलेक्स की घड़ी बताते हुए देने से इनकार दिया। इसलिए वे नहीं चाहते कि उनकी तरह किसी और को भी निराशा का सामना करना पड़े।
14. सलमान खान ने 15 साल में किया था पहला ऐड, उनकी सबसे पहली कमाई 75 रुपए थी। उन्होंने सबसे पहले कैमरा फेश किया था एक कैंपा कोला के विज्ञापन के लिए। उस वक्त उनके एड गुरू सुरेंद्र नाथ को सलमान की सूरत से कोई मतलब नहीं था उन्हें तो बस एक स्वीमिंग करने वाला लड़का चाहिए था। पहली बार सलमान को देखकर उन्हें वो बच्चे लगे, लेकिन जब उन्होंने शर्ट उतारी तो उनकी बॉडी देखकर वो इस रोल के लिए तैयार हो गए।
15. मैंने प्यार किया, सनम बेवफा, साजन , हम आपके हैं कौन व बीवी नं. १ और ये ऐसी फिल्में थीं जिन्होंने उनके करियर में पांच अलग सालों में सबसे अधिक कमाई की।
अवार्डस और उपलब्धियां
1998 में कुछ कुछ होता है में उनकी अतिथि-भूमिका के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार मिला। हम दिल दे चुके सनम (1999), तेरे नाम(2003 ), नो एन्ट्री (2004) और पार्टनर (2007) शामिल हैं। इसके बाद बनी फ़िल्में, वांटेड (2009), दबंग (2010), रेडी (2011) और बॉडीगार्ड (2011) उनकी हिन्दी सिने जगत में सर्वाधिक कमाई वाली फ़िल्में रही। किक (2014 फिल्म) सलमान की पहली फिल्म है जो 200 करोड़ के क्लब में शामिल हुई है। किक सलमान की सातवीं फिल्म है जो 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी है। इससे पहले 6 फिल्में 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी है। एक था टाइगर – 198 करोड़, दबंग-2 – 158 करोड़, बॉडीगार्ड – 142 करोड़, दबंग – 145 करोड़, जय हो (फिल्म) – 111 करोड़ है। इस साल रिलीज हुई उनकी बजरंगी भाईजान ने तो बॉक्स ऑफिस के झंड़े उखाड़ दिए फिल्म 300 करोड़ के पार चली गई। इसके बाद दीपावली में आई प्रेम रतन धन पायों भी 300 करोड़ के पार पहुंचने वाली फिल्मों में शुमार हुई। सलमान खान की फिल्म सुल्तान ने भी कई सारे रिकार्ड तोड़े इस फिल्म ने भी 300 करोड़ ऊपर का कलेक्शन किया। इस साल क्रिसमस के मौके पर रिलीज हुई टाइगर जिंदा है ने 4 दिन में ही 150 करोड़ के ऊपर का आंकड़ा पार कर लिया है।
पौधारोपण अभियान: आरएनटीयू एनसीसी नेवल विंग का पौधारोपण अभियान प्रारंभ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के एनसीसी नेवल विंग ने केजीएन सोशल फाउंडेशन के साथ मिलकर बीएचईएल के स्वर्ण जयंती पार्क में लगभग 200 पौधों का रोपण किया। एनसीसी नेवल विंग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 1 जुलाई से 15 अगस्त तक पौधारोपण अभियान शहर के अलग-अलग स्थानों पर अधिक से अधिक संख्या में लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान की शुरुआत बीएचईएल के स्वर्ण जयंती पार्क में कैडेटों द्वारा केजीएन सोशल फाउंडेशन के साथ मिलकर लगभग 200 पौधों का रोपण कर किया गया। इस अभियान के अंतर्गत कैडेटों की अलग अलग टीम बनाकर रोपित किए गए पौधों की समय-समय पर निगरानी भी की जाएगी।
इस अभियान में कैडेटों के साथ-साथ एनसीसी अधिकारी सब लेफ्टिनेंट मनोज सिंह मनराल, इंस्ट्रक्टर दुर्गा वर्मा, केजीएन सोशल फाउंडेशन के अध्यक्ष मुनव्वर खान, उपाध्यक्ष गौरव बवनकुले तथा अन्य सदस्यों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही केजीएन सोशल फाउंडेशन ने विश्वविद्यालय को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया।
क्लोजिंग बेल: : गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 111 अंक लुढ़का, निफ्टी भी टूटा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पांचवे और आखिरी दिन (01 जुलाई 2022, शुक्रवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 111.01 अंक यानी कि 0.21% की गिरावट के साथ 52,907.93 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 28.20 अंक यानी कि 0.18% की गिरावट के साथ 15,752.05 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी में तेजी रही एवं उसने 114 अंकों की बढ़त के साथ 33539.45 पर सत्र की समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 36 में तेजी रही जो व्यापक खरीदारी दर्शाते हैं।क्षेत्र विशेष में रियलिटी तथा एफएमसीजी सूचकांक 1.5 प्रतिशत से 2.80 प्रतिशत बढ़े जबकि आयलएंडगैस सूचकांक ओएनजीसी तथा रिलायंस में बड़ी गिरावट के कारण 3 प्रतिशत गिरा। निफ्टी के शेयरों में आईटीसी, बजाज फाइनेंस,बजाज फिन सर्व, ब्रिटानिया में सर्वाधिक लाभ रहा जबकि ओएनजीसी, रिलायंस, बजाज ऑटो, पावर ग्रिड में सबसे अधिक हानि रही।
तकनीकी आधार पर दैनिक चार्ट पर निफ्टी ने हैमर सदृश कैंडल बनाया है जो आगामी सत्र में तेजी की चाल का संकेत है। साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी ने बुलिश हरामी कैंडल स्टिक प्रारूप की पुष्टि की है जो आनेवाले सत्र के लिए तेजी का संकेत है। निफ्टी ने 100 एचएमए पर सपोर्ट लिया है तथा इस स्तर के ऊपर बंदी दी है जो अगले सत्र के लिए एक शक्ति का परिदृश्य दर्शा रहा है। मोमेन्टम संकेतक दैनिक चार्ट पर स्टॉकिस्टिक एवं एमएसीडी सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं, ये भी निफ्टी में बढ़त आने का संकेत है।
निफ्टी 15500 पर सपोर्ट ले सकता है, तेजी में 15900 तात्कालिक अवरोध है। 15900 के ऊपर जाने पर तेजी की चाल गति पकड़ सकती है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 तथा अवरोध 34000 है। कुलमिला कर निफ्टी 15500 के सपोर्ट के साथ शक्तिशाली लग रहा है।आज के सत्र में निफ्टी तथा निफ्टी शेयरों ने वैश्विक, विशेषकर अमेरिकी शेयर बाजार में दुर्बलता के बाद भी अच्छी शक्ति दिखाई। यदि भारतीय बाजार वर्तमान स्तरों की रक्षा करने में सफल रहते हैं, टिक पाते हैं तो फिर एक तीव्र तेजी की चाल आ सकती है तथा बुरा समय कुछ समय विशेष के लिए समाप्त भी हो सकता है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
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#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
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#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
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#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
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- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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