Barkha singh interview: बरखा सिंह ने फीस जाने बिना फीस जाने साइन की क्रिमिनल जस्टिस, संजीदा इमेज के साथ नई पहचान बनाने की कोशिश

  • बरखा सिंह ने फीस जाने बिना फीस जाने साइन की सीरीज
  • संजीदा इमेज के साथ नई पहचान बनाने की कोशिश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। क्रिमिनल जस्टिस ओटीटी के पॉपुलर सीरीज में से एक है। इस सीरीज का चौथा सीजन 2 मई 2025 को रिलीज किया गया था। वहीं इसका आखिरी एपिसोड कल 3 जुलाई को रिलीज किया गया। इस सीजन में पंकज त्रिपाठी, मीता वशिष्ठ, सुरवीन चावला, मोहम्मद जीशान अय्यूब, श्वेता बसु प्रसाद, आशा नेगी, खुशबू अत्रे, बरखा सिंह और खुशी भारद्वाज जैसे कलाकार अहम रोल मे नजर आए। इस स्टार कास्ट में से एक कलाकार ने आपका ध्यान जरुर खींचा होगा उस किरदार का नाम है शिवानी माथुर। इस किरदार को सीरीज में एक्ट्रेस बरखा सिंह ने निभाया है। आपने बरखा को पहेल रोमाटिंक और चुलबुले अंदाज में मजा मा और द ग्रेट वेडिंग ऑप मून्ने जैसी फिल्मों में देखा होगा। लेकिन इस सीरीज में वे एक दम सीरियस अंदाज में नजर आईं हैं। इसी बीच बरखा ने दैनिक भास्कर हिंदी से बातचीत में सीरीज में काम करने के अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया है और कई दिलचस्प खुलासे भी किए हैं।

फीस जाने बिना किया सीरीज के लिए हां-बरखा

बरखा से जब पूछा गया कि, सीरीज में पंकज त्रिपाठी और मीता वशिष्ट जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा तो एक्ट्रेस ने बताया कि, मीता मैम, थियेटर बैंक्राउंड से आती हैं, लिखती भी हैं और पंकज जी भी मंझे हुए कलाकर हैं तो उन्हें सेट पर देखते ही मेरा मूंह खुला का खुला रह गया। जब मुझे शो ऑफर हुआ क्रिमिनल जस्टिस, मैंने ना सिर पूछा, ना पाओ, मैंने कुछ सवाल नहीं पूछा कि इसके लिए मुझे पैसे कितने मिलेंगे, या कितनी डेज औफ शूट होगा, मैंने बस हां बोल दिया।

एक्ट्रेस ने सीरीज में काम करने के बताए दो रीजन

बरखा सिंह ने बताया कि, सीरीज में काम करने के मेरे दो रीजन थे, एक तो सीरीज की स्टार कास्ट दूसरा रीजन ये था कि मुझे पहली बार सीरीयस रोल करने का मौका मिला क्योंकि अभी तक जो मैंने सारे ग्लैमरस, रोमांटिक और कॉमेडी रोल ही किए हैं। मैं अपना डी ग्लैम साइड भी दिखाना चाहती है जैसा कि, सीरीज में शिवानी का किरदार है। और पंकज सर की एसोसिएट बनना, मीता मैम की बेटी बनना काफी मजेदार था।

पुरानी इमेज को तोड़ना चाहती थी- बरखा

बड़े एक्टर्स के साथ काम करने का प्रेशर था, कि मेरी वजह से रीटेक नहीं होना चाहिए। और मुझे सारे सीन्स अच्छे से आने चाहिए। एक्ट्रेस ने आगे बताया कि,- जब मैं सेट पे भी जाती थी, तो मैं script नहीं लेकर जाती थी। क्योंकि मुझे सारे लाइन याद रहते थे। मैं स्कूल में पढ़ाकू थी, तो वो सीरीज में काम आया। दूसरी बात की मुझे लगता है कि एक एक्टर के तौर पर मैं कॉमेडी रोल करने की तुलना में सीरियस रोल निभाने में बेहतर हूं।

टेलीविजन शो से की करियर की शुरुआत

मेरी जर्नी शुरू हुई, कॉलेज के बाद टेलीविजन शो से, दरअसल मेरी एक दोस्त थी, जो actor थी, तो मैंने बोला कि, चलो मैं भी ऑडिशन दे देती हूँ। तो मैंने जाकर audition दिया। और मेरा उस शो में मुझे सलेक्शन हो गया। ये television show था, रश्मि शर्मा टेली फिल्म्स का, तो मैंने वहां से शुरू किया। बहुत यंग थी, 22 साल की थी, तो मैंने ऐसी चांस ले लिया। फिर मैंने करने के बाद मुझे अहसास हुआ, कि मुझे मजा नहीं आ रहे हैं। तो फिर उस टाइम tvf, filter copy वगेरहा जो, उस टाइम शुरू हो रहे थे, तो मैंने उसके लिए ट्राए किया, तो मैं ads करती थी। इसे बाद मैंने वेब सीरीज के लिए ऑडिशन दिए और मुझे वेब सीरीज मिल गई।

ऐसे शुरु हुआ यूट्यूब चैनल

वेबसीरीज करते -करते मेरी इंस्टाग्राम में फॉलोअर्स बढ़ गए। बहुत सारे tourism boards होते हैं, अलग-अलग देश के, जैसे ऑस्ट्रेलिया का tourism board हो गया, Uzbekistan का tourism board हो गया तो उन्होंने कहा कि आप हमारे लिए वीडियो बनाये, और मुझे हमेशा से ट्रेवल का काफी शौक था, तो ऐसे मेरा YouTube चैनल शुरू हुआ। जब मैं filter copy, TVF वीडियो कर रही थी, साथ-साथ मैं बहुत ट्रेवर भी कर रही थी, साल में मतलब मैं 8-9 देश हो आती थी, और फिर उनके वीडियो बनाके अपने YouTube में डालती रहती थी, तो अभी भी आप मेरा YouTube चैनल देखेंगे, वहां सिर्फ ट्रेवल वीडियोज हैं, तो ये मैं आज तक करती हूं।

नेपोटिज्म पर कहा-डॉक्टर का बेटा तो डॉक्टर ही बनेगा

एक्ट्रेस से जब नेपोटिज्म के बारे में पूछा गया तो एक्ट्रेस ने कहा- मुझे लगता है कि डॉक्टर का बेटा तो डॉक्टर ही बनेगा न, तो ये बात खराब नहीं है। कुछ-कुछ स्टार किड ऐसे भी हैं, जो अपना नाम नहीं बना पाए, तो ये जरूरी नहीं है कि आपके पेरेंटस बहुत बड़े स्टार हैं तो ऑडियंस आपको एक्सेप्ट करेगी ही। दूसरी तरफ देखें तो, उनको मौका आसानी से मिलता है। स्टार किड जो होते हैं, जब उनकी पढ़ाई खतम होते हैं, वो अपने पेरेंट्स से बोलते हैं, कि मुझे फिल्म करना है, तो उनको काम मिल जाता है, फिर उनकी ऊपर होता है। जैसे Archies बनी थी जिसमें कई सारे स्टारकिड्स थे उन्हें जोया अख्तर के साथ मौका मिला वो भी पहले प्रोजेक्ट में, तो ये मौका आउटसाइडर को नही मिलता है। लेकिन फिर से वो ही बात हो गई, डॉक्टर का बेटा तो डॉक्टर ही बनेगा। मैंने आपको अपनी जर्नी बताई, मुझे इतने साल लग गए। खुद को प्रूव करने में।

Created On :   4 July 2025 6:56 PM IST

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