माजिद मजीदी ने फिल्म चित्रकूट के लिए निर्देशक हिमांशु मलिक को सराहा
- माजिद मजीदी ने फिल्म चित्रकूट के लिए निर्देशक हिमांशु मलिक को सराहा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। चिल्ड्रन ऑफ हेवन और द सॉन्ग ऑफ स्पैरो जैसी फिल्मों के लिए जाने जाने वाले निर्देशक माजिद मजीदी ने अभिनेता से निर्देशक बने हिमांशु मलिक और उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म चित्रकूट की प्रशंसा की है।
हिमांशु वह अभिनेता हैं, जिन्होंने 2001 में अनुभव सिन्हा की संगीतमय फिल्म तुम बिन में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने प्रियांशु चटर्जी और राकेश बापट के साथ स्क्रीन साझा की।
उस समय को याद करते हुए जब उन्होंने हिमांशु के अनुरोध पर फिल्म देखी, मजीदी ने कहा, कुछ समय पहले मैंने एक निजी शो में हिमांशु मलिक की फिल्म चित्रकूट देखी थी। मुझे याद है कि मैं केरल में एक समारोह के लिए जूरी समिति का हिस्सा था। उस समय हिमांशु नाम का एक युवक मेरे पास आया और चाहता था कि मैं उसकी फिल्म देखूं। हालांकि यह एक टाइट शेड्यूल था, हम साथ में फिल्म देखने में कामयाब रहे।
अनुभवी फिल्म निर्माता ने आगे कहा, चित्रकूट एक संवेदनशील और परिपक्व फिल्म है, जो निर्देशन के कारण मेरे लिए बहुत दिलचस्प थी। हालांकि इस कोण को अलग रखते हुए कि उनकी दुनिया मेरी से बहुत अलग है, क्योंकि मेरी व्यक्तिगत पसंद पूरी तरह से एक अलग सिनेमा है, लेकिन एक निर्देशक के रूप में मुझे लगा कि वह एक युवा उभरती हुई प्रतिभा हैं और मुझे यकीन है कि अगर यह काम जारी रखते हैं, तो वह भारतीय सिनेमा के लिए एक अच्छा फिल्म निर्माता बन सकते हैं।
उन्होंने साझा किया कि यह फिल्म बॉलीवुड फिल्म के सामान्य उतार-चढ़ाव से अलग है और एक महत्वपूर्ण विषय को उजागर करती है।
उन्होंने कहा, यह एक ऑफबीट प्रयास और बॉलीवुड शैली की सामान्यता से बहुत दूर लग रहा था। इस कारण इस तरह के आउटपुट अत्यधिक मूल्यवान हैं। मुझे उम्मीद है कि अपने समय के दौरान उन्होंने एक जगह बनाई है और सामाजिक मुद्दों व मानवीय कठिनाइयों से संबंधित फिल्में बनाते हैं। मेरा मानना है कि हिमांशु एक उज्जवल भविष्य वाले निर्देशक हैं।
मजीदी से कैसे संपर्क हुआ, इस बारे में हिमांशु ने कहा, फिल्म का अंतिम प्रिंट आउट होने के कुछ ही दिनों बाद मुझे अपने साथी अकबर अरबियन, पुणे स्थित ईरानी का फोन आया, जो अपनी बिरादरी का एक सम्मानित सदस्य था और कला का संरक्षक भी। उन्होंने मिस्टर मजीदी को फिल्म का एक संक्षिप्त ट्रेलर देखने के लिए कहा था और उनमें कुछ रुचि पैदा की थी। अकबर ने मुझे सुबह 11 बजे बुलाया।
मजीदी से मिलने की यात्रा प्रतिकूल परिस्थितियों के साथ कैसे हुई, यह साझा करते हुए हिमांशु ने आगे कहा, मिस्टर मजीदी त्रिवेंद्रम में थे, एक फिल्म समारोह की जूरी का नेतृत्व कर रहे थे और मुझसे मिलने के लिए सहमत हुए थे। मगर उस शाम उड़ान में देरी हुई, त्रिवेंद्रम में आंधी आई, ट्रैफिक जाम था, मुझे कॉफी मीटिंग के लिए केवल 2 घंटे देर हो गई थी और मिस्टर मजीदी दूसरे काम में व्यस्त हो गए थे।
उन्होंने आगे कहा, आखिरकार, बाद में शाम को मुझे उसके साथ एक दर्शक मिला, उसकी आंखों में एक बच्चे जैसी चमक थी, यही पहली चीज है, जिसने मुझे मारा और सबसे उदार मुस्कान मैंने देखी। हर समय उसने मुझे गौर से देखा, उन्होंने सुनने की जहमत नहीं उठाई। अगले ही पल वे उठे और आयोजकों से अगले दिन चित्रकूट के लिए एक स्क्रीनिंग रूम तय करने के लिए कहा।
अकबर अरेबियन मोजदेह और मोजतबा मूवीज द्वारा प्रस्तुत चित्रकूट का निर्माण अकबर अरेबियन व हिमांशु मलिक ने किया है। इसमें औरित्रा घोष, विभोर मयंक, नैना त्रिवेदी, किरण श्रीनिवास और श्रुति बापना ने अभिनय किया है।
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Created On :   16 May 2022 9:30 PM IST