सुपर हीरोज के दीवाने हैं तो 'जस्टिस लीग' देखने से पहले जानिए ये बातें
डिजिटल डेस्क, मुंबई। हॉलीवुड फिल्म "जस्टिस लीग" इसी हफ्ते रिलीज हो रही है। फिल्म के निर्देशक जैक स्नाइडर हैं। यह एक अमेरिकन सुपर हीरो बेस्ड फिल्म हैं, जिसमें कई सुपरहीरोज मिलकर दुनिया को बड़े खतरों से बचाते हैं। इस फिल्म का डिस्ट्रीब्यूटर वार्नर ब्रॉस है। अगर आप इस सीरीज की फिल्मों के दीवाने हैं तो उससे पहले आपके लिए कुछ बातें जान लेना जरूरी है।
जस्टिस लीग का गठन दुनिया को समाज के दुश्मनों से बचाने के लिए किया गया था, इसका उद्देश्य था कि अलग-अलग शक्तियों से लैस लोगों को बुराई मिटाने के लिए एक साथ खड़ा किया जाए। जब जब धरती कोई बड़ा संकट आए तो इन सुपरहीरोज को एक टीम बनकर काम करना है। सुपरविलंस से दुनिया को बचाने के इसका हर योद्धा तैयार रहे। 17 नवंबर को इन्हीं किरदारों पर आधारित फिल्म "जस्टिस लीग" रिलीज हो रही है।
फिल्म देखने से पहले जाना लीजिए कि इस लीग के योद्धा कौन-कौन हैं...
क्रिप्टॉन नाम के ग्रह पर जन्मा सुपरमैन गृह के विनाश के बाद धरती पर आता है। उसे धरती पर जिस दंपत्ति ने पाला रहता है वो पेशे से किसान थे। इस ग्रह पर उसका नाम पड़ा क्लार्क केंट रखा जाता है। सुपरमैन का इतिहास लगभग 90 साल पुराना है। इसका जन्म साल 1933 में हुआ था। बचपन से ही उसमें इंसानों से अधिक पॉवर थी। इसलिए दुनिया को बचाने के लिए वह सुपरमैन बन गया। बता दें कि सुपरमैन सीरीज की फिल्मों अलग से भी बन चुकी हैं।
वर्ष 1939 में पैदा हुए इस कार्टून किरदार का बचपन दुखों से भरा रहता है। वह एक अमीर माता-पिता का बेटा होता है। आठ साल की उम्र में उसके माता-पिता की हत्या कर दी जाती है। बचपन में चमगादड़ों से डरने वाले ब्रूस एक दिन अपने इस डर पर जीत हासिल कर लेता है और "बैटमैन" बन जाता है और रातों को निकल कर दुनिया को सुपरविलेंस से बचाता है।
अमेजन की रानी "डायना" ने बचपन से ही योद्धाओं जैसा प्रशिक्षण लेती है। एक युद्ध के दौरान उसे अपनी ताकतों का पता चलता है। डायना को एक पायलट बताता है कि वह युद्ध रोक सकती है। इसके बाद वह अपना घर छोड़ देती है। इसके बाद "वंडर वुमन" बन जाती है।
"एक्वामैन" समुद्र की दुनिया का शहंशाह है। वह मछलियों से बात कर सकता है। उसके पास एक त्रिशूलनुमा हथियार है और कुछ अदभुत शक्तियां हैं।
"साइबोर्ग" इंसान और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की मदद से बना यह सुपरहीरो जस्टिस लीग का सबसे नया सदस्य है। जो आधा इंसान और आधा रोबोट है। इसका दिमाग कम्पूटर से भी तेज चलता है। वर्ष 1980 में इसे कॉमिक्स बुक का हिस्सा बनाया गया था। साइबोर्ग जल्दी ही बच्चों और नौजवानों के बीच फेमस हो गया था।
"फ्लैश" यानि कि नन्हें बेरी एलेन की मां संदिग्ध परिस्थिति में मारी गई थी। इसके बाद नन्हें बेरी की जिंदगी थम सी गई। उसकी मां के खून का इल्जाम पिता पर लगता है और उन्हें जेल हो जाती है। इसी बीच बेरी खुद को विज्ञान में पूरी तरह से डुबो लेता है और फ्लैश बनकर उभरता है।
Created On :   15 Nov 2017 1:59 PM IST