लंबी लड़ाई के बाद ‘मोहल्ला अस्सी’ को मिला सेंसर सर्टिफिकेट

Mohalla ASSI got a sensor certificate after the long battle
लंबी लड़ाई के बाद ‘मोहल्ला अस्सी’ को मिला सेंसर सर्टिफिकेट
लंबी लड़ाई के बाद ‘मोहल्ला अस्सी’ को मिला सेंसर सर्टिफिकेट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने बुधवार को फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ के प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। पिछले दिनों फिल्म के प्रदर्शन की राह में रोडा बन रहे सेंसर बोर्ड को दिल्ली हाईकोर्ट ने झटका दिया था और उसकी पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था। डॉ काशीनाथ के मशहूर उपन्यास पर आधारित यह फिल्म पिछले चार सालों से कानूनी पचड़े में फंसी हुई थी। अपनी कानूनी जीत से उत्साहित फिल्म निर्माता विनय तिवारी के मुताबिक ‘मोहल्ला अस्सी’ इस साल होली से पहले प्रदर्शित होगी।

दिल्ली हाईकोर्ट की फटकार के बाद झुका सीबीएफसी

हाईकोर्ट ने 11 दिसंबर 2017 को सेंसर बोर्ड को एक कट के साथ फिल्म को प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश दिया था। कोर्ट के इस आदेश के खिलाफ सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की थी। जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। और सेंसर बोर्ड को फिल्म प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश दिया था। जिसके तहत सेंसर बोर्ड ने बुधवार को फिल्म के प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र जारी कर दिया। 

‘काशी का अस्सी’ पर आधारित फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’

मशहूर उपन्यासकार डॉक्टर काशीनाथ सिंह के उपन्यास ‘काशी का अस्सी’ पर आधारित फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ में धार्मिक कुरीतियों को उजागर किया गया है। साथ ही पर्यटकों को अकर्षित करने के लिए आध्यात्मिक शहर काशी के बढते व्यावसायीकरण को दर्शाया गया है। फिल्म के निर्माता व सेंसर बोर्ड के बीच उस समय से टकराव शुरु हुआ जब सेंसर बोर्ड की दोनों कमेटियों ने प्रमाण पत्र जारी करने से मना कर दिया। बाद में फिल्म ट्रिब्युल से भी फिल्म को प्रमाणपत्र नहीं मिला। ट्रिब्युनल के आदेश को फिल्म निर्माता ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौैती दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड को आदेश दिया कि फिल्म के प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र जारी किया जाए।  
 

Created On :   10 Jan 2018 9:22 PM IST

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