पिछले कुछ सालों में खास बात यह रही कि लोग गणपति की प्रतिमा को बनाने में पर्यावरण का खास ध्यान रख रहे हैं, क्योंकि बाजार में मिलने वाली गणपति की प्रतिमा को जब नदी या समुद्र में विसर्जित किया जाता था तो वह नष्ट नहीं होती और जल प्रदूषण का कारण बनती हैं। वरुण धवन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर कर फैंस से ईको फ्रेंडली गणेश उत्सव मनाने की गुजारिश की है। फोटो में वरुण धवन ट्रेडिशनल लुक दिखाई दे रहे हैं। वरुण लाइट यलो कलर का कुर्ता और पजामा पहने नमस्ते करते आ रहे हैं। वरुण धवन के फोटो को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं।
- श्रीलंका के साथ होने वाली सीरीज के लिए गेल, एडवडर्स की विंडीज टीम में वापसी
- देश में अब तक लगाए जा चुके हैं कोरोना टीके के 1 करोड 37 लाख 56 हजार 940 डोज
- सऊदी प्रिंस सलमान ने दी थी पत्रकार खशोगी को पकड़ने या हत्या करने की मंजूरी: अमेरिका
- भारत ने चीन से कहा, गतिरोध वाली सभी जगहों से हटें सेनाएं, तभी घटेगी सीमा पर सैनिकों की तैनाती
- केरल विस चुनाव : हैरान करने वाली हो सकती है कांग्रेस की सूची
वरुण धवन और अनुष्का शर्मा ने दिया ईको फ्रेंडली गणपति रखने का संदेश
डिजिटल डेस्क, मुंबई । पूरे महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम देखने को मिल रही है। इस बार गणेश उत्सव 13 सितंबर से शुरू हो रहा है। बुद्धि, ज्ञान और विघ्नविनाशक के रूप में पूजे जाने वाले श्री गणेश उत्सव के चलते मुंबई में जगह-जगह गणेश पंडाल सज चुके हैं। लालबागचा राजा, गणेश गली मुंबई चा राजा, खेतवाड़ी चा राजा और जीएसबी सेवा किंग्स सर्कल इन गणेशजी के दर्शन के लिए देशभर से लोग गणेशोत्सव के दौरान आते हैं। वहीं देशभर में ईको फ्रेंडली गणपति की भी धूम देखने को मिली रही है। ईको फ्रेंडली गणपति को विराजित करने के लिए संदेश दिया जा रहा है। ऐसा ही एक संदेश बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने भी दिया। दोनों ने गणेश चतुर्थी से पहले मुंबई के एक मॉल में पर्यावरण-अनुकूल यानी ईको फ्रेंडली गणेश मूर्तियों को लॉन्च कर जागरुकता का संदेश दिया। इस दौरान वरुण का ट्रेडिशनल लुक देखने को मिला और अनुष्का शर्मा ब्लैक कुर्ता सलवार में नजर आईं।


वरुण ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ये फोटो शेयर कर कैप्शन में लिखा है Headed towards #timesgreenganpati let’s celebrate an eco friendly Ganapati this year.

स्टार वरुण धवन और अनुष्का इन दिनों अपनी फिल्म 'सुई धागा मेड इन इंडिया' को लेकर सुर्खियों में हैं। अब तक फिल्म के कई गाने और ट्रेलर रिलीज किये जा चुके हैं। ट्रेलर में वरुण धवन और अनुष्का शर्मा के किरदारों का संघर्ष भरा जीवन नजर आया था।

वरुण धवन और अनुष्का की फिल्म 'सुई धागा मेड इन इंडिया' 28 सितंबर को रिलीज हो रही है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।