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दैनिक भास्कर हिंदी: HBday :सुष्मिता सेन 19 की उम्र में बनी थीं मिस यूनिवर्स, पहना था मां का डिजाइन किया हुआ गाउन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सुष्मिता आज अपना 42वां जन्मदिन मना रही हैं। उनका जन्म 1975 में हैदराबाद में हुआ था। सुष्मिता सेन ने 1994 में ‘मिस यूनिवर्स’ का खिताब अपने नाम किया था। बता दें कि इसी साल ऐश्वर्या राय भी ‘मिस वर्ल्ड’ बनी थीं। उनके पिता एयर फोर्स में काम करते थे। उनकी मां शूभरा सेन ज्वैलरी डिजाइनर थीं। 1996 में अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी।
सुष्मिता सबसे पहले वह फिल्म 'दस्तक' में नजर आईं थी। इस फिल्म में उनके साथ शरद कपूर और मुकुल देव ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
हालांकि, उन्हें पहचान 1999 में आई सलमान खान री फिल्म 'बीवी नंबर 1' से मिली थी। इसके बाद सुष्मिता कई फिल्मों में दिखाई दीं, हालांकि, उनका फिल्मी करियर काफी ज्यादा सक्सेसफुल नहीं रहा है, लेकिन वह दर्शकों के दिल में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहीं।
सुष्मिता सेन ने शादी नहीं की है। उन्होंने दो बच्चियां गोद ले रखा है। अलिसा सेन और रैनी सेन उनकी बच्चियों के नाम हैं। सुष्मिता सेन अक्सर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने अपने सिक्स पैक ऐब्स वाली फोटो शेयर की थी।
सुष्मिता सेन को सांपों से बहुत प्यार है और उनके पास एक अजगर भी पला है। सुष्मिता ने पहले हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ाई की, इसके बाद 16 साल की उम्र में अंग्रेजी स्कूल में पढ़ना शुरु किया था।
बता दें कि मिस इंडिया के फाइनल राउंड में ऐश्वर्या और सुष्मिता सेन के बीच कड़ी टक्कर थी। लेकिन एक सवाल ने सुष्मिता की किस्मत बदल दी। उनसे सवाल पूछा गया कि यदि आप किसी ऐतिहासिक घटना को बदल सकतीं, तो वो क्या होती? इस पर सुष्मिता ने कहा, 'इंदिरा गांधी की मृत्यु'। बस इसी जवाब ने सुष्मिता को मिस इंडिया बना दिया। शायद आपको न पता हो कि सुष्मिता का निक नेम ‘टीटू’ है।
सुष्मिता इन दिनों ऋतिक भसीन को डेट कर रही हैं। ऋतिक मुंबई के एक नाइट क्लब के ओनर हैं। इनके अलावा सुष्मिता विक्रम भट्ट, रणदीप हुड्डा, वसीम अकरम, बंटी सचदेवा, सबीर भाटिया और संजय नारंग को भी डेट कर चुकीं हैं।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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