ऑस्कर जीतकर लौटी ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’ की टीम, नौ फिल्मों से थी टक्कर

team of Oscar winning documentary film Period End of Sentence received warm welcome
ऑस्कर जीतकर लौटी ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’ की टीम, नौ फिल्मों से थी टक्कर
ऑस्कर जीतकर लौटी ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’ की टीम, नौ फिल्मों से थी टक्कर

डिजिटल डेस्क, हापुड़। ऑस्कर 2019 में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म का अवॉर्ड जीतने वाली शॉर्ट फिल्म "पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस" की एक्ट्रेस स्नेहा और सुमन सोमवार को भारत वापस लौट आई। हापुड़ पहुंचने के बाद उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस फिल्म को गुनीत मोंगा ने प्रोड्यूस किया है। जबकि रयाक्ता जहताबची और मैलिसा बर्टन ने इसे निर्देशित किया है। ये शॉर्ट फिल्म भारतीय समाज में पीरि‍यड्स के टैबू पर बनी है।

 

 

भारत आने के बाद स्नेहा ने कहा, "इस डॉक्यूमेंट्री में काम करते वक्त मुझे बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लोग पूछते थे कि मैं ऐसा क्यों कर रही हूं। इससे पहले मैं सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही थी, लेकिन अब मैं कुछ बड़ा करने की सोच रही हूं।" वहीं इसी डॉक्यूमेंट्री में काम करने वाली सुमन ने कहा, "सभी महिलाओं को अपने जीवन में विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस तरह के सीरीयस विषयों पर बनी फिल्म में काम करना भी एक बड़ी चुनौती थी।"

बता दें कि हॉलीवुड के डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी को 91वें ऑस्कर अवार्ड समारोह आयोजित किया गया था। ऑस्कर्स के शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री कैटेगरी में दुनियाभर की नौ और शॉर्ट डॉक्यूमेंट्रीज के साथ नॉमिनेट किया गया था। इन फिल्मों में  "पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस" भी शामिल थी। ऑस्कर अवॉर्ड जीतने के बाद गुनीत मोंगा बेहद एक्साइटेड थे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, हम जीत गए, इस पृथ्वी पर मौजूद हर लड़की देवी हैं। 

बता दें कि ऑस्कर में भारत को बड़ी सफलता दिलाने वाली इस फिल्म की कहानी पीरियड जैसे टैबू सबजेक्ट पर बनी आधारित है। ये डॉक्यूमेंट्री 25 मिनट की है। फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के हापुड़ में रहने वाली लड़कियों के जीवन पर बनी है। इस शॉर्ट फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे आज भी हमारे गांवों में पीरियड्स को लेकर शर्म और झिझक है। 

Created On :   4 March 2019 11:50 PM IST

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