दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, गलत दावे के साथ वायरल

Big allegation made on Delhis Kejriwal government, viral with wrong claim
दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, गलत दावे के साथ वायरल
फर्जी खबर दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, गलत दावे के साथ वायरल

डिजिटल डेस्क, भोपाल।दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने कक्षा 1 से 12 तक के अल्पसंख्यक छात्रों की ट्यूशन वापस लेने से संबंध सोशल मीडिया पर एक निर्देश वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है की दिल्ली की केजरीवाल  सरकार ने ऐसी नीतियों के माध्यम से मुसलमान वोटर को खुश करने की कोशिश कर रही है। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि ये आदेश सिर्फ मुसलमानों पर लागू है। 

इसी बात को लेकर बीजेपी  के प्रवक्ता हरीश खुराना ने इस सर्कुलर का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया है। साथ ही लीखा कि केजरीवाल पर मुस्लिम तुष्टीकरण में शामिल होने का आरोप लगाना ग़लत नहीं है क्योंकि शिक्षा निदेशालय का ये निर्देश इसका उदाहरण है। 

बीजेपी के प्रवक्ता विक्रम बिधूड़ी ने इस सर्कुलर को ट्वीट करते हुए लिखा कि क्या हिंदू होना अपराध है, और लिखा मौलवियों के वेतन के बाद, केजरीवाल सरकार निजी स्कूलों में पढ़ने वाले मुस्लिम बच्चों की दो साल की फ़ीस वापस कर देगी।

1 


निर्देश की सच्चाई
आदेश की सच्चाई जानने के लिए जब हमने जाच पडताल की तो हमें शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर इस आदेश की एक कॉपी मिली।  आदेश में कहीं भी यह नहीं लिखा गया था, कि ट्यूशन फीस की वापसी सिर्फ मुस्लिम छात्रों के लिए लागू कि जाएगी। फिर हमने कई अलग-अलग न्यूज़ रिपोर्ट्स  जाच की तो हमने पाया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सभी प्राइवेट स्कूलों के अल्पसंख्यक छात्रों की ट्यूशन फ़ीस वापस करने के निर्देश जारी किए हैं। कुल मिलाकर हमारी जाच-पडताल में सामने आया की ट्यूशन फीस की वापसी दिल्ली में मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक छात्रों के लिए लागू है न कि सिर्फ मुसलमानों के लिए। 

 

2

3


 

Created On :   24 May 2022 5:48 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story