UP में मज़ार तोड़े जाने की पुरानी तस्वीरें गलत दावे के साथ हुई शेयर, जान लीजिए पूरी सच्चाई

Old pictures of demolition of tomb in UP shared with wrong couple
UP में मज़ार तोड़े जाने की पुरानी तस्वीरें गलत दावे के साथ हुई शेयर, जान लीजिए पूरी सच्चाई
फर्जी खबर UP में मज़ार तोड़े जाने की पुरानी तस्वीरें गलत दावे के साथ हुई शेयर, जान लीजिए पूरी सच्चाई

डिजिटल डेस्क,भोपाल । आजकल सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। जिसमें एक मज़ार को JCB मशीन से तोड़ा जा रहा है। बताया जा रहा है कि ये मजार अवैध थी, इसलिए इसे तोड़ दिया गया। साथ में ये भी बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें UP के एक गांव की हैं। UP की सोशल मीडिया प्रमुख ऋचा राजपूत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए ये तस्वीरें ट्वीट की हैं। इन तस्वीरों को कई राज्यों में हुई रामनवमी की हिंसा के संदर्भ में शेयर किया जा रहा है। 

 

 

तस्वीर की सच्चाई 
हमारी टीम ने सबसे पहले तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए तस्वीर को  गूगल और यांडेक्स पर सर्च किया तो, हमें 2020 के कई ट्वीट्स में ये तस्वीरें मिलीं जहां वायरल दावे से मिलता-जुलता दावा किया गया था। साथ ही हमें द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की अक्टूबर 2018 की एक रिपोर्ट मिली। लेख में बताया गया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के एक आदेश के मुताबिक मथुरा ज़िले के गिरिराज पर्वत और गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र के मंदिरों से “अतिक्रमण” हटाया जा रहा है। दिलचस्प बात ये है कि TOI के आर्टिकल में ही लिखा है कि, “आदेश में आगे कहा गया है कि मौजूदा ज़मीन में पड़ने वाली किसी भी “समाधि” को नहीं हटाना है।” कुल मिलाकर हम आप को बता दें कि ये तस्वीरें चार साल पुरानी हैं। मतलब इसका हाल की घटनाओं से कोई लेना देना नहीं है।

 

 

Created On :   22 April 2022 7:21 AM GMT

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