बता दें कि ब्राजील की कुल आबादी 21 करोड़ लोगों की है और यहां आधे से अधिक लोग WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं। चूंकि ब्राजील WhatsApp का एक बड़ा वैश्विक मार्केट है, WhatsApp अपने दोस्त या रिश्तेदारों से कनेक्टेड होने का सरल माध्यम भी है। इसी को देखते हुए चुनाव के दौरान इसका दुरुपयोग होने की खबरें मीडिया में आईं।
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चुनाव के कारण WhatsApp ने बैन किए एक लाख यूजर्स के अकाउंट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फेक न्यूज के जरिए बढ़ती अफवाहों को लेकर WhatsApp ने अपने करीब 1 लाख WhatsApp अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्क साइट Facebook के स्वामित्व वाली WhatsApp ने यह कदम ब्राजील में चुनावी समय को देखते हुए उठाया है। दरअसल ब्राजील में इन दिनों चुनाव होने वाले हैं, यहां 7 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है।
बता दें कि भारत के पांच राज्यों में चुनाव की शुरुआत नवंबर माह से शुरु होने जा रही है। माना जा रहा है कि WhatsApp भारत में भी चुनाव के दौरान फेक न्यूज या इसके दुरुपयोग के चलते इस तरह की गतिविधि लागू कर सकता है। भारत में भी चुनाव आयोग सोशल नेटवर्क का दुरूपयोग रोकने के लिए ऐसे अकाउंट पर नज़र रखे हुए है।
कारण
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक बिजनेस मैन और चुनाव में दक्षिणपंथी उम्मीदवार जैर बोलसोनारो ने WhatsApp पर प्रचार-प्रसार की तैयारी की है। इसके लिए उन्होंने करोड़ो रुपये खर्च किए हैं। ब्राजील मीडिया के अनुसार बोलसोनारो ने गैरकानूनी तरीके से यूजर्स तक फेक न्यूज पहुंचाने के लिए WhatsApp का उपयोग किया है। जिससे उन्हें 28 अक्टूबर तक चलने वाले चुनाव में फायदा हो सके। ब्लूमबर्ग की जानकारी के मुताबिक इन खबरों के बाद WhatsApp ने 1,00,000 अकाउंट को बैन कर दिया है।


मालूम हो कि इससे पहले Facebook डेटा स्कैंडल विवाद हो चुका है। ब्रिटेन की पॉलिटिकल रिसर्च फर्म क्रैंबिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने करीब 9 करोड़ यूजर्स के डेटा को चुराया है और इस डेटा के जरिए 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित किया गया है। इस बात की जानकारी खुद Facebook ने दी थी कि क्रैंबिज एनालिटिका ने ना सिर्फ अमेरिकी यूजर्स के डेटा में सेंधमारी की है बल्कि एशियाई देशों के यूजर्स का डेटा भी चुराया गया है।