राजनयिक तनाव: कनाडा की खुफिया एजेंसी CSIS ने चीन पर चुनाव में हस्तक्षेप करने के लगाए गंभीर आरोप

कनाडा की खुफिया एजेंसी CSIS  ने चीन पर चुनाव में हस्तक्षेप करने के लगाए गंभीर आरोप
  • ट्रूडो बुधवार को कमीशन के समक्ष होंगे पेश
  • ट्रूडो सरकार ने फरवरी महीने में भारत पर लगाए कई आरोप
  • भारत सरकार ने निराधार बताए थे आरोप

डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। कनाडा की खुफिया एजेंसी कनाडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस ने चीन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कनाडाई खुफिया एजेंसी ने चीन पर चुनाव में चुपे अंदाज में हस्ताक्षेप करने का आरोप लगाया है। हालांकि रिपोर्ट में ये भी कहा है कि कनाडाई चुनावों में चीन की भूमिका को लेकर विपक्ष की नाराजगी और विरोध के बाद प्रधानमंत्री ट्रूडो ने विदेशी देश चीन की दखलअंदाजी को लेकर एक जांचीय आयोग का गठन किया। हालांकि चीन ने कनाडा की राजनीति में दखल के आरोपों से साफ इनकार किया है। आपको बता दें कनाडा में 2021 में हुए चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी के नेता एरिन ओटूली ने चुनाव में चीन के दखल होने की शंका व्यक्त की थी।ओटूली ने कहा चीनी हस्तक्षेप से उनकी पार्टी को नौ सीटों का नुकसान हुआ था। इंटेलिजेंस विश्लेषकों और कंजरवेटिव पार्टी ने जानकारी दी है कि आरोपों से निपटने के लिए ट्रू़डो बुधवार को गठित आयोग के समक्ष पेश होगे।

आपको बता दें पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका की बात कही थी, तब से कनाडा और भारत के बीच राजनयिक तनाव पैदा हो गया। कुछ दिनों बाद ही भारत ने आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और संख्या की अधिकता का हवाला देते हुए कनाडा से अपनी राजनयिकों की संख्या घटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद कनाडा ने भारत में मौजूद अपने 41 अतिरिक्त राजनयिकों को वापस बुला लिया। कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने फरवरी महीने में भारत पर चुनाव में संभावित दखलअंदाजी के बेहद संगीन आरोप लगाए थे। कनाडाई की खुफिया एजेंसी ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि देश में 2019 और 2021 में हुए चुनावों में भारत, पाकिस्तान, चीन और रूस जैसे देशों ने हस्तक्षेप किया था, जिसकी जांच की जा रही है। भारत पर कनाडा के 2021 चुनाव में भी दखल देने का आरोप लगाया गया।

कनाडा की खुफिया एजेंसी CSIS का कहना है कि चीन के संदिग्धगता के ठोस सबूत भी मिले हैं। चीन ने कनाडा के दो आम चुनावों में गुपचुप तरीके से हस्तक्षेप किया था। CSIS ने चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप को लेकर एक दस्तावेजी रिपोर्ट तैयार किया है,CSIS ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 2019 और 2021 के आम चुनाव में चीन ने दखल दी , और दोनों ही चुनावों में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत मिली थी। दोनों ही मामलों में खुफिया एजेंसी पुख्ता सबूत मिलें है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावों में चीन समर्थित या चीन समर्थित हितधारकों का सपोर्ट किया गया। इस संबंध में पीएम जस्टिन ट्रूडो के ऑफिस को भी जानकारी दी गई है। आपको बता दें चीन को लेकर कनाडा कि कंजरवेटिव पार्टी लिबरल पार्टी की तुलना में अधिक सख्त है। 2021 के चुनाव में सार्वजनिक तौर पर कंजरवेटिव पार्टी ने चीन की आलोचना भी की थी।

आज तक की खबर के मुताबिक सीएसआईएस के दस्तावेज में कहा गया है कि भारत सरकार ने ऐसे चुनावी जिलों को निशाना बनाया, जहां आबादी कम थी क्योंकि भारत की धारणा थी कि भारतीय मूल के कनाडाई मतदाताओं का एक हिस्सा खालिस्तानी आंदोलन या पाकिस्तान समर्थक राजनीतिक रुख के प्रति सहानुभूति रखता है। भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताकर इन आरोपों को निराधार बताया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि हमने कनाडाई आयोग की जांच के बारे में मीडिया रिपोर्टें देखी हैं। हम कनाडा के चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप के सभी निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं। उन्होंने कहा था कि दूसरे देशों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करना भारत सरकार की नीति नहीं है। असल मामला ये है कि कनाडा हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।

Created On :   10 April 2024 6:44 AM GMT

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