नापाक मकसद से बाज नहीं आ रहा PAK!: ISI के साथ मिलकर बड़े षड़यंत्र की तैयारी कर रहा पाकिस्तान! भारत में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

ISI के साथ मिलकर बड़े षड़यंत्र की तैयारी कर रहा पाकिस्तान! भारत में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्या पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की योजना बना रहा है। हाल ही में खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दरअसल पाकिस्तान की सेना इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकवादियों को ट्रेनिंग दे रही है। पाकिस्तान की सेना आईएस आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के अलावा उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग भी दे रहा है। दरअसल, पाकिस्तान का मकसद अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ आईएसआई आतंकियों का इस्तेमाल करना है। इस काम के लिए पाकिस्तान ने चार शिविर भी तैयार किए हैं। विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान जल्द ही इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) के कुछ आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर के लिए मोड़ सकता है।

बड़ी साजिश की तैयारी में पाकिस्तान

दरअसल, अफगान तालिबान से पाकिस्तान की डूरंड रेखा को लेकर तनाव के बाद से उसकी ISKP के आतंकवादियों के बीच काफी समय से नजदीकियां बढ़ गई है। इसके चलते पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक भी की है। हालांकि, पाकिस्तान के इन हमलों का तालिबान ने मुंह तोड़ जवाब दिया है।

बीते कुछ महीनों की बात करें तो पाकिस्तान में खास तौर से ISKP के आतंकियों को प्रशिक्षण देने के लिए ट्रेनिंग कैंप की संख्या में इजाफा देखने को मिला है। वहीं, खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि ISKP 1000 से अधिक आतंकियों को अफगान तालिबान पर हमले करने के मकसद से ट्रेनिंग देने की प्लानिंग कर रहा है। जबकि, भारतीय एजेंसियों का कहना है कि आतंकियों को अलग-अलग प्रकार के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।

दरअसल, ISKP आतंकवादियों को जमीन पर लड़ने के लिए ट्रेन कर रहा है, जिससे वे तालिबान लड़ाकों का सामना कर पाएं। विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान में आत्मघाती हमलावरों के लिए भी प्रशिक्षण शिविर तैयार किया गया है। वहीं, पाकिस्तानी सेना के कई वर्तमान और पूर्व अधिकारी इस ट्रेनिंग प्रक्रिया प्रक्रिया में शामिल हैं।

ISKP जब से अस्तित्व में आया है, तब से वह तालिबान के साथ संघर्षरत है। ISKP का मकसद अफगानिस्तान से तालिबान शासन को उखाड़ फेंककर शासन करने का है। विशेषज्ञों की मानें तो ISKP के कई सदस्यों को अफगानिस्तान से पाकिस्तान लाया जा रहा है और फिर उन्हें बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के कबायली इलाकों में स्थित कैंपों में भेजा जा रहा है।

अफगान सुरक्षा ने आतंकी को किया गिरफ्तार

वहीं, अफगान सुरक्षा अधिकारियों ने मोहम्मद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। मोहम्मद की गिरफ्तारी से यह बात साफ हो गई है कि पाकिस्तान ISKP आतंकवादियों के लिए प्रशिक्षण का केंद्र बन गया है। आतंकी ने सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि उसने पाकिस्तान के क्वेटा में युद्ध प्रशिक्षण लिया था। जब वह फर्जी पहचान पत्र के साथ अफगानिस्तान में दाखिल हुआ था, तब उसका नाम मोहम्मद था। ISKP ने उसे अपने विचारों से प्रभावित करने के लिए काफी प्रयास किए थे।

एक्सपर्ट्स की मानें तो, फिलहाल ISKP का पूरा फोकस अफगानिस्तान पर है। उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में इसका पूरे क्षेत्र पर असर पड़ सकता है। ISKP की नजर भारत पर भी है और आने वाले समय में अफगानिस्तान से बाहर भी अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार कर सकता है।

जब ISKP की स्थापना हुई थी, तब उसका फोकस तालिबान को हराना था। हालांकि उसने यह भी साफ कर दिया था कि वह एक खिलाफत स्थापित करने में रुचि रखता है, जिसमें भारत भी शामिल हो। इस आतंकी समूह ने जम्मू-कश्मीर में तनाव पैदा करने में काफी रुचि दिखाई है।

वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले कुछ समय में पाकिस्तान ISKP के कुछ आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर भेज सकता है। दरअसल, ISI का मानना है कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अलावा घाटी में एक और आतंकी समूह होने से उनकी लड़ाई ज्याद मजबूत हो सकती है। कुल मिलाकर देखा जाए तो पाकिस्तान में जिस तरह से सेना आतंकी संगठनों के साथ खुलकर प्रशिक्षण का काम कर रही है, उससे भारतीय एजेंसियों के लिए चिंता बढ़ा दी है।

माना जा रहा है कि ISKP भारत की सीमा से सटे इलाकों से भारतीय युवाओं को टारगेट करेगी। इसके बाद उनका ब्रेनवॉश करके उन्हें ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजेगी। कुछ समय पहले हुई एक गणना के मुताबिक, केरल के कम से कम 21 लोग देश छोड़कर अफगानिस्तान में ISKP में शामिल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा था। जिससे उन्हें भारत भेजकर आतंकी हमलों को अंजाम दे सकें।

Created On :   1 Nov 2025 1:12 AM IST

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