Tension in Balochistan: बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में तनाव की आशंका, निलंबित की मोबाइल डेटा सर्विस

बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में तनाव की आशंका, निलंबित की मोबाइल डेटा सर्विस
प्रांत की सरकार ने ये फैसले गंभीर कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिए है। इस कार्रवाई के लिए बलूच सरकार ने पाकिस्तानी गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था। इसके बाद इंटरनेट सेवा को स्थगित किया गया है।

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। बलूचिस्तना प्रांत के क्वेटा में 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। साथ ही ब्लैकआउट के निर्देश भी जारी किए गए हैं। प्रांत की सरकार ने ये फैसले गंभीर कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिए है। इस कार्रवाई के लिए बलूच सरकार ने पाकिस्तानी गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था। इसके बाद इंटरनेट सेवा को स्थगित किया गया है।

पाकिस्तानी समाचार डॉन ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा कि गुरुवार को बलूच सरकार ने देश के गृह मंत्रालय को पत्र जारी किया था, जिसमें बताया गया था कि क्वेटा में मोबाइल डेटा सर्विस को निलंबित किया जाए। सरकार ने संबंधित अधिकारियों से अनुरोध करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को क्वेटा में 3जी/4जी इंटरनेत सेवाओं को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया जाए।

पत्र में बलूच सरकार ने इस पत्र में लॉ एंड ऑर्डर के न बिगड़ने और खतरे की संभावना न बने। इनको ध्यान में रखते हुए क्वेटा जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का जिक्र किया है। इसके पहले भी जिले में सुरक्षा करणों के ध्यान में रखते हुए मोबाइल डेटा की सेवाओं को बंद कर दिया गया था। हालांकि, इसके बाद यह मामला बलूचिस्तान हाईकोर्ट में गया था। जिसके तुरंत बाद ही सेवाएं बहाल कर दी गई थी। इसके दो महीने बाद अब फिर से इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

अगस्त महीने में जब इंटरनेट सर्विसेज पर प्रतिबंध लगाने पर प्रांत में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसमें शिक्षा, ऑनलाइन बिजनेस और मीडिया रिपोर्टिंग समेत कई क्षेत्र शामिल है। इस कार्रवाई को लेकर अधिकारियों ने बताया था कि यह निर्णय सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिशों और खासकर पाकिस्तान में राष्ट्रीय दिवस समारोह को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, क्योंकि यहां पर तनाव देखने को मिला था।

द बलूचिस्तान ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा था कि सरकार के इस निर्णय की छात्रों, व्यवसायियों, मीडिया रिपोर्ट्स और मानवाधिकार संगठनों ने आलोचना की थी। वहीं, ऑनलाइन से जुड़े विद्यार्थियों का कहना था कि वे किसी भी डिस्कशन में शामिल नहीं हो सकते थे। और न ही इस दौरान अपने असाइनमेंट समिट कर पाए थे। इसी दौरान ग्रामीण इलाकों में स्थिति गंभीर बनी हुई थी।

Created On :   31 Oct 2025 6:57 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story