Chabahar Port: अमेरिका की शर्तों के बीच भारत के लिए अच्छी खबर, ईरान के चाबहार बंदरगाह पर लागू नहीं होंगे प्रतिबंध, इससे देश को क्या फायदा?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए लगातार बातचीत हो रही है। इसी बीच, भारत के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। ईरान में भारत के चाबहार बंदरगाह को 6 महीने के लिए प्रतिबंधों से आजाद किया गया है। इसकी पुष्टि आज गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने की है। उन्होंने बताया कि इस बंदरगाह पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू नही होंगे।
भारत के लिए यह पोर्ट अहम
इसके लिए भारत और ईरानी सरकार के मध्य पिछले वर्ष 10 साल के लिए एक अहम समझौता हुआ था। इसके तहत सरकारी कंपनी इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) ने इस पोर्ट के लिए 37 करोड़ डॉलर के निवेश का वादा किया था। यह बंदरगाह भारत के लिए बेहद अहम है, क्योंकि यहां से पाकिस्तान को बाईपास करते हुए अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक देश को सीधा रास्ता मिलता है।
विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका और भारत के बीच एक बड़े व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा, "हम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ बातचीत जारी रखेंगे। दोनों पक्ष लगातार बातचीत कर रहे हैं।"
भारत का सीधा इन देशों तक पहुंचेगा माल
अमेरिका ने इससे पहले तक ईरान से जुड़े पोर्ट को 29 सितंबर तक प्रतिबंधों के दायरे से बाहर रखा था, लेकिन अब इसे आगामी 6 महीनों के लिए बढ़ा दिया गया है। भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह पर एक टर्मिनल को विस्तार देने की बात की थी। यहीं से अफगानिस्तान, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देशों तक माल पहुंचाया जाएगा।
भारत ने इस प्रोजेक्ट के लिए साल 2023 में एक प्रस्ताव पारित किया था। इसका मुख्य उदेश्य इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान करना था। यह काम भारत की तरफ से पहली बार किया था, जब विदेश पोर्ट का प्रबंधन संभाना है।
Created On :   30 Oct 2025 5:34 PM IST












