G-20 समिट में पारित हुआ ऐतिहासिक घोषणापत्र: अमेरिका ने किया बायकॉट, जानिए किस देश ने क्या कहा?

डिजिटल डेस्क, प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका इस साल G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवासीय दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं। जहां पर इस समूह में शामिल सभी देशों ने जलवायु परिवर्तन को लेकर एक ऐतिहासिक घोषणा पत्र जारी किया है। लेकिन इस पत्र पर अमेरिका ने विरोध जताया है। उनके बहिष्कार करने के बाद भी सर्वसम्मति से सहमति दे दी गई हैं। समूह ने अपनी परंपरा से अलग हटकर इस घोषाण पत्र को जारी किया है, क्योंकि इस दौरान अमेरिका अनुपस्थिति रहा।
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इस वजह से अमेरिका समिट में नहीं हुआ शामिल
इस सम्मेलन का आयोजन जोहान्सबर्ग में हुआ है। इस सम्मेलन में अमेरिका का न पहुंचने का कारण दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका के राजनयिक मतभेद बताया जा रहा है। रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के हवाले से लिखा कि अमेरिका ने इस पत्र पर आपत्ति जताई है। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया और कहा कि जारी किए गए पत्र पर दोबारा से चर्चा नहीं की जा सकती है। उनके द्वारा दिए गए इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
पत्र को लेकर क्या बोले राष्ट्रपति रामफोसा?
इस समिट को राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने संबोधित किया और कहा कि संयुक्त घोषणा पत्र को व्यापक सहमति के बाद स्वीकारा गया है। उन्होंने आगे कहा, "हमें इस शिखर सम्मेलन की शुरुआत में ही घोषणापत्र को स्वीकार करना चाहिए।" राष्ट्रपति के प्रवक्ता विंसेंट मैग्वेन्यान ने इस पत्र को लेकर कहा कि शिखर सम्मेलन की शुरुआती कार्रवाई के दौरान असामान्य रूप से स्वीकार किया गया है। यह कदम भारी संख्या में मिले समर्थन के बाद उठाया गया था।
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अमेरिका ने बनाया दबाव
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, मैग्वेन्या ने बताया कि आमतौर पर इस पत्र की कार्रवाई के अंत में स्वीकार किया जाता है, लेकिन उनको महसूस हुआ कि यह बहुत जरूरी है। इस वजह से सम्मेलन के पहले ही इसे पारित करने की पहल करनी चाहिए। इसकी पुष्टि दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों ने की है। और उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रिटोरिया ने इस बात पर दबाव डालने का काम किया था कि वे इस घोषणा पत्र को कभी स्वीकार नहीं करें। वहीं प्रवक्ता मैग्वेन्या ने बताया कि इस पत्र को स्वीकार करने के लिए पूरे साल काम किया था। और पिछला हफ्ता भी बहुत जोरदार रहा है।
इस सम्मेलन में ये देश हुए शामिल
G-20 समिट के आयोजन में दुनिया के कई देश शामिल हुए हैं, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैयब एर्दोगन, यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्योंग, UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहीत कई अन्य नेता जोहान्सबर्ग पहुंचे हैं।
Created On :   22 Nov 2025 11:31 PM IST












