Tourism Travel: दुनिया के कई देशों में पर्यटन बढ़ा, ट्रंप की नीतियों ने अमेरिका के पर्यटन में भारी कमी

दुनिया के कई देशों में पर्यटन बढ़ा, ट्रंप की नीतियों ने अमेरिका के पर्यटन में भारी कमी
  • बाकी देशों में पर्यटन तेज़, अमेरिका पीछे
  • बिज़नेस टूरिज्म बचा, अवकाश यात्राएं बुरी तरह प्रभावित या टूटीं
  • अमेरिका में पर्यटकों का सबसे बड़ा स्रोत कनाडा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पर्यटन को लेकर दुनिया के अधिकतर देशों में पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके उलट अमेरिका में पर्यटन घट रहा है। आपको बता दें अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या लगातार कम हो रही है। 2025 में पर्यटकों के खर्च में 12.5 बिलियन रुपये तक की गिरावट आने का अनुमान है। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक 184 देशों में से अमेरिका अकेला ऐसा देश है जहां पर्यटन में गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके पीछे की मुख्य वजह वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी, टैरिफ और नेताओं की राजनीतिक बयानबाज़ी को बड़ा कारण माना जा रहा है। जिसका डायरेक्ट असर अमेरिकी टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ रहा है।

कुछ रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका में बिज़नेस ट्रैवल यानी व्यावसायिक यात्राएं स्थिर हैं। कई कंपनियां अब भी मीटिंग और निवेश के लिए अमेरिका आ रही हैं, लेकिन अवकाश यात्राएं (Leisure Travel) बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। यही वजह है कि पर्यटन से होने वाली आय पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है।

टूरिज्म इकोनॉमिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 के अंत में अनुमान था कि 2025 में अमेरिका में विदेशी पर्यटक 9 प्रतिशत बढ़ेंगे, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि 2025 में पर्यटकों के आगमन में 8.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। यही नहीं, 2024 में जहां पर्यटन से 184 अरब रुपये की कमाई हुई थी, वहीं 2025 में यह घटकर सिर्फ 169 अरब रुपये रह सकती है।

आपको बता दें अमेरिका के लिए पर्यटकों का सबसे बड़ा स्रोत कनाडा है। अमेरिका में 28 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केवल कनाडा से आते हैं। हाल ही के कुछ महीनों में अमेरिका आने वाले कनाडाई लोगों की संख्या में 35-43 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। अमेरिका में गिरती पर्यटकों की संख्या के पीछे की वजह राजनीतिक तनाव, बढ़ता टैरिफ और सख्त वीज़ा व आव्रजन नियम है।

मौजूदा दौर में ट्रंप प्रशासन की नीतियों और वीज़ा नियमों ने अमेरिका का पर्यटन उद्योग को घाटे में ला दिया है। नया $250 (करीब 21,500 रुपये) वीज़ा अखंडता शुल्क लगाने के बाद यूएस आने का खर्च और बढ़ गया है। अब एक पर्यटक वीज़ा की कीमत लगभग $442 (करीब 40,000 रुपये) हो गई है, जो दुनिया में सबसे महंगी वीज़ा लागतों में है। बढ़ती वीजा कीमतों का सीधा असर अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या पर पड़ा है।

Created On :   3 Sept 2025 3:06 PM IST

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