Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में भूकंप ने फिर दी दस्तक! रिक्टर स्केल पर 6.2 रही तीव्रता, झटकों से दिल्ली तक कांपी धरती

अफगानिस्तान में भूकंप ने फिर दी दस्तक! रिक्टर स्केल पर 6.2 रही तीव्रता, झटकों से दिल्ली तक कांपी धरती
  • अफगानिस्तान में फिर आया भूकंप
  • रिक्टर स्केल पर 6.2 रही तीव्रता
  • दिल्ली तक महसूस किए गए झटके

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक बार फिर से गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी अफगानिस्तान में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। वहीं, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था। पाकिस्तान और दिल्ली में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं।

अफगानिस्तान में 6.2 की तीव्रता से आया भूकंप

इससे पहले अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,457 दर्ज की गई थी। वहीं, 3,394 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस बारे में स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स का कहना था कि भूकंप के दौरान 6,700 से अधिक घर पूरी तरह से तबाह हो गए थे। अंतराराष्ट्रीय राहत एजेंसियों अब भी दूरदराज के क्षेत्रों में फंसे लोगों तक पहुंचने केलिए मशक्कत कर रही हैं। वहीं, मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहतकर्मी जुटे हुए हैं। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि बचाव कार्य अभी अधूरा है।

भूकंप पीड़ित पानी, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की कमी का सामना कर रहे हैं। तालिबान प्रशासन ने दावा किया है कि कई परिवारों को मानवीय सहायता पहुंचाई गई है और दूरदराज के इलाकों की सड़कें खोल दी गई हैं। इसके अलावा कई देशों की विशेष बचाव टीमें राहत कार्यों में शामिल हुई हैं। दुर्गम पहाड़ी इलाकों और भारी तबाही के कारण सबसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचना बेहद कठिन साबित हो रहा है।

31 अगस्त को अफगानिस्तान में आया था भूकंप

अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, 31 अगस्त 2025 की रात 11.47 बजे स्थानीय समय पर 6.0 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र आठ किलोमीटर की गहराई पर आया था। बता दें, भूकंप प्रभावित क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील है क्योंकि यहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स मिलती हैं, पहाड़ी भूभाग भूस्खलन की आशंका को और बढ़ा देता है, जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो जाता है।

रेड क्रॉस और विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत अंतरराष्ट्रीय संगठन राहत कार्यों में लगे हैं। भारत, जापान, ईरान और तुर्की से भी सहायता सामग्री भेजी गई है। राहत एजेंसियों का कहना है कि पहुंच की दिक्कतों के चलते जरूरी सामग्री और चिकित्सा सेवाओं में देरी हो रही है। अक्टूबर 2023 में इसी क्षेत्र में आए भूकंप में 1,500 से अधिक लोगों की जान गई थी, जबकि 2022 में भी एक और भूकंप ने 1,000 से अधिक लोगों की जान ली थी।

Created On :   5 Sept 2025 12:34 AM IST

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