जापान में भूकंप: नए साल के पहले ही दिन कांपी जापान की धरती, 7.4 तीव्रता का आया भूकंप, प्रशासन ने जारी किया सुनामी का अलर्ट

  • देश के इशिकावा प्रांत में आया भूकंप
  • इस भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई
  • आज सुनामी आने का अलर्ट भी जारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस नए साल की शुरुआत जापान के लिए अच्छी नहीं रही है क्योंकि साल के पहले ही दिन देश में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। देश के इशिकावा प्रांत में आए इस भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई। हालांकि, इस भूकंप में अभी तक किसी प्रकार की को क्षति नहीं हुई है। लेकिन भूकंप के इन झटकों के बाद प्रशासन ने सुनामी का अलर्ट भी जारी किया है।

समुंद्री लहरे उठनी हुईं शुरू

जापान के सरकारी ब्रॉडकास्टर एनएचके टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, नए साल के पहले दिन आए भूकंप के झटके टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए। भूकंप की वजह से तटीय क्षेत्रों में समुंद्र की लहरें 1.2 मीटर ऊपर तक उठकर सड़कों तक पहुंच गईं। यह समुंद्र की लहरें पांच मीटर तक पहुंच सकती हैं। इसकी वजह से लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।

पहले भी आई थी ऐसी सुनामी

यह पहला मौका नहीं है जब जापान में इतनी ऊंची समुंद्री लहरें उठने वाली हैं। करीब 13 साल पहले मार्च 2011 में यहां 9 तीव्रता का भूकंप आया था। इसकी वजह से जबरदस्त सुनामी आई थी। इस सुनामी में उठी 10 मीटर ऊंची लहरों ने देश के कई शहरों में तबाही मचाई थी। इस खौफनाक मंजर में करीब 16 हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।

रिंग ऑफ फायर पर है जापान

जापान भूकंप के सबसे ज्यादा सेंसेटिव एरिया में है। यह पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में आता है। रिंग ऑफ फायर ऐसा इलाका है। जहां कॉन्टिनेंटल प्लेट्स के साथ ओशियनिक टेक्टॉनिक प्लेट्स भी मौजूद हैं। इन प्लेट्स के आपस में टकराने की वजह से ही भूकंप आता है। दुनिया के 90 फीसदी भूकंप इसी रिंग ऑफ फायर में आते हैं।

रिंग ऑफ फायर के अंतर्गत कुल 15 देश आते हैं। इनमें जापान, न्यूजीलैंड, रूस, अमेरिका, फिलिपींस, कनाडा, इंडोनेशिया, चिली, अंटार्कटिका, मैक्सिको, पेरू, ग्वाटेमाला, कोस्टा रिका, इक्वाडोर, बोलिविया शामिल हैं। यह इलाका करीब 40 हजार किलोमीटर में फैला है। दुनिया में जितने भी एक्टिव वॉल्केनो हैं, उनमें से 75 फीसदी इसी एरिया में हैं।

Created On :   1 Jan 2024 8:48 AM GMT

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