बांग्लादेश: जुलाई नेशनल चार्टर का कई राजनीतिक दल कर रहे है विरोध, कानूनी ढांचे में शामिल करने की कर रहे है मांग

जुलाई नेशनल चार्टर का कई राजनीतिक दल कर रहे है विरोध, कानूनी ढांचे में शामिल करने की कर रहे  है मांग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में कई राजनीतिक दल जुलाई नेशनल चार्टर को एक कानूनी ढांचे में शामिल करने की मांग कर रहे है। इन सभी दलों ने जुलाई नेशनल चार्टर' के मसौदे पर कई आपत्तियां उठाई हैं। साथ ही इसका विरोध कर रहे है।

कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी 'जमात-ए-इस्लामी' ने इसको खतरनाक प्रस्ताव बताया। पार्टी ने कहा कि चार्टर को या तो अध्यादेश पारित करके, या जनमत संग्रह के जरिए ही लागू किया जाएगा। एनसीपी चार्टर के क्रियान्वयन पर स्पष्टता न होने के चलते, चार्टर पर हस्ताक्षर करने पर पुनर्विचार करने की बात कह रही है।

स्थानीय मीडिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि विरोध करने वाले राजनीतिक दलों में जमात-ए-इस्लामी, नेशनल सिटीजन्स पार्टी (एनसीपी) और इस्लामी आंदोलन शामिल हैं।

बांग्लादेश के प्रमुख अखबार प्रोथोम अलो ने जानकारी दी कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने चार्टर के प्रस्तावों पर सामान्य सहमति जताई है। जबकि जमात-ए-इस्लामी और एनसीपी (एनसीपी) ने बीएनपी के प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया।

हाल ही में नेशनल कंसेंसस कमीशन ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की है कि वह 'जुलाई नेशनल चार्टर 2025' में दिए गए सुधारों को सत्ता में आने के दो साल के भीतर लागू करने का वादा करें।

आपको बता दें इस चार्टर को आम चुनाव होने के बाद बनने वाली सरकार के दो साल के अंदर लागू करने की बात की जा रही है, इसका राजनीतिक दल विरोध कर रहे है। सभी विरोधी पार्टियां इसको एक कानूनी ढांचे में शामिल करने की मांग कर रहे है ताकि इसका कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।

Created On :   31 July 2025 12:53 PM IST

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