नीदरलैंड ने औपनिवेशिक युग में श्रीलंका से लूटा गया खजाना लौटाया

नीदरलैंड ने औपनिवेशिक युग में श्रीलंका से लूटा गया खजाना लौटाया
  • नीदरलैंड ने श्रीलंका से मूल्यवान प्राचीन खजाने को आधिकारिक तौर पर वापस किया
  • नीदरलैंड की ओर से लूटा गया था

डिजिटल डेस्क, कोलंबो। नीदरलैंड ने 1658 से 1796 तक देश में डच औपनिवेशिक कब्जे के दौरान श्रीलंका से लूटे गए ऐतिहासिक रूप से मूल्यवान प्राचीन खजाने को आधिकारिक तौर पर वापस कर दिया है।श्रीलंका दौरे पर आई नीदरलैंड की संस्कृति और मीडिया मंत्री गुने उसलू ने दो शताब्दी पहले श्रीलंका में डच शासन के दौरान ली गई छह औपनिवेशिक युग की कलाकृतियों को आधिकारिक तौर पर वापस करने के लिए सोमवार को कोलंबो में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। सांस्कृतिक मामलों की मंत्री विदुरा विक्रमनायके के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मंत्री उस्लु ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक क्षण है। हम उन वस्तुओं को वापस देने के लिए समिति की सिफारिशों का पालन कर रहे हैं जिन्हें नीदरलैंड में कभी नहीं लाया जाना चाहिए था।”

श्रीलंका की मध्‍यवर्ती पहाड़ियों के अंतिम साम्राज्य कैंडी से उत्पन्न, कलाकृतियों में सोने और चांदी की औपचारिक तलवारें (कस्ताने), दो राइफलें, एक सिंहली चाकू और कांसे की बनी एक तोप शामिल है, जिसे लेवके के कैनन के रूप में भी जाना जाता है। माना जाता है कि सोने, चांदी, कांस्य और माणिक से जड़ी 275 साल पुरानी तोप श्रीलंकाई अभिजात लेवके दिसावा (सरदार) ने 1745-46 के आसपास कैंडी के तत्कालीन राजा को एक उपहार दी थी और 1765 की घेराबंदी और कैंडी की लूट के दौरान डच ईस्ट इंडिया कंपनी के सैनिकों ने जब्त कर लिया था।

जिन कलाकृतियों को लौटाने की योजना है, वे नीदरलैंड के राष्ट्रीय संग्रहालय, रिज्क्सम्यूजियम की हिरासत में हैं, जिसमें सन् 1200 और उसके बाद की ऐतिहासिक कलाकृतियाँ रखी गई हैं। श्रीलंका की कलाकृतियों की वापसी डच सरकार द्वारा नियुक्त आयोग की इंडोनेशिया और श्रीलंका से ली गई 478 सांस्कृतिक वस्तुएं लौटाने की सिफारिशों के बाद हुई, जो अवैध डच औपनिवेशिक अधिग्रहणों की जाँच कर रही थी। पुर्तगालियों (1505 से 1658) से छीनकर, डचों ने 1658 से 1796 तक 140 वर्षों तक दक्षिण एशियाई द्वीप राष्ट्र पर शासन किया, जब तक कि उन्हें 1796 में अंग्रेजों द्वारा निष्कासित नहीं कर दिया गया।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   29 Aug 2023 3:24 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story