बजट से एक दिन पहले, बांग्ला राजनेताओं की मांग-फिर से परिभाषित करें भूमिका

A day before the budget, the demands of Bangla politicians - redefine the role
बजट से एक दिन पहले, बांग्ला राजनेताओं की मांग-फिर से परिभाषित करें भूमिका
बजट से एक दिन पहले, बांग्ला राजनेताओं की मांग-फिर से परिभाषित करें भूमिका

ढाका, 10 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग गुरुवार को बांग्लादेश का बजट पेश करने जा रही है। और, इस बीच देश में राजनीतिक दलों के नेता कोरोनोवायरस महामारी के कारण 30 मई से जारी लॉकडाउन के बाद प्रासंगिक बने रहने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं।

देश में कोविड-19 महामारी के कारण 26 मार्च से ही सभी सभाएं और सार्वजनिक राजनीतिक गतिविधियां रुकी हुई हैं।

सरकार ने कोरोना के प्रकोप के आधार पर एक जून को इलाकों को लाल, पीले और हरे क्षेत्रों में विभाजित करने का निर्णय लिया और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उन्हें लॉकडाउन के तहत रखा है। बांग्लादेश में महामारी से लगभग 72,000 लोग प्रभावित हुए हैं और मरने वालों की संख्या 975 से अधिक हो गई है।

जातीय पार्टी नेता व संसद में विपक्ष के चेयरपर्सन गुलाम मुहम्मद कादर ने हाल ही में प्रधानमंत्री को सुझाव देते हुए लिखा कि यदि सरकार आमंत्रित करे तो सभी पार्टियां कोविड-19 से लड़कर मानवता के लिए काम करने के लिए तैयार हैं।

कादर ने आईएएनएस से कहा, पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही है; राजनीति उस तरीके से नहीं चल रही है जिस तरह से हुआ करती थी। लॉकडाउन के कारण सभी नियमित गतिविधियां ठप हैं। हमारी पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में बाधा आ रही है। हम अपने संगठनात्मक कार्य को उठाने के लिए एक नई प्रणाली को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं।

कई महीनों तक चले कटु राजनीतिक संघर्ष के बाद, पिछले साल 30 अप्रैल को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) 11वीं संसद में शामिल हुई। इससे पांच साल बाद संसद में खालिदा जिया की पार्टी की वापसी हुई। खालिदा की पार्टी ने गैर-पक्षपातपूर्ण कार्यवाहक सरकार की मांग करते हुए 2014 के आम चुनाव का बहिष्कार किया था जिसके बाद पार्टी का 10 वीं संसद में कोई प्रतिनिधित्व नहीं था।

बीएनपी अब विपक्ष का प्रतिनिधित्व करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि संसद में उसके केवल पांच सदस्य हैं। इस स्थिति में जातीय पार्टी के जी.एम. कादर विपक्ष के नेता हैं।

बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर की पिछले महीने पार्टी अध्यक्ष खालिदा जिया से जेल से छूटने के डेढ़ महीने बाद हुई मुलाकात को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं।

आलमगीर ने आरोप लगाया है कि बीएनपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को देशभर में मनगढ़ंत मामलों में गिरफ्तार किया जा रहा है।

सत्तारूढ़ अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर ने मंगलवार को बीएनपी के आरोपों को खारिज किया और नेताओं से देश के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कुछ सीमाओं के बावजूद, शेख हसीना सरकार मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

उन्होंने आलमगीर पर सत्ता के भूखे होने का आरोप लगाते हुए कहा, हमें गिरफ्तारी और मामलों की कोई एक सटीक सूची दें।

पूर्व वाणिज्य मंत्री व अवामी लीग के वरिष्ठ नेताओं में से एक तुफैल अहमद ने कहा, यह राजनीतिक गतिविधियों का समय नहीं है। यह लोगों को जागरूक करने और मानवता के लिए उनका समर्थन करने का समय है।

कोरोनोवायरस महामारी के बीच गुरुवार को संसद में बजट पेश किया जाएगा, ऐसे में बीएनपी ने सरकार से आर्थिक विकास के बजाय लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है।

बांग्लादेश के कई वरिष्ठ नेता मौजूदा हालात के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। वे कहते हैं कि वे लोगों से जुड़े हुए हैं। ऐसे भी राजनेता हैं जो कोरोना संकट और अन्य मुद्दों पर किताबें और कॉलम लिख रहे हैं।

Created On :   10 Jun 2020 10:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story