इस्लामाबाद में पूर्व अमेरिकी दूत ने पाकिस्तानी-अमेरिकी से यात्रा उपहार छिपाना कबूला
- जासूसी का संदेह नहीं
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। इस्लामाबाद में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड ओल्सन ने एक संघीय अदालत के समक्ष स्वीकार किया है कि वह एक पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यवसायी से मिले यात्रा उपहार का ठीक से खुलासा नहीं करने और अवैध रूप से पैरवी करने के दोषी हैं।
7 अप्रैल को लॉस एंजेलिस में संघीय अदालत के साथ दायर एक दस्तावेज में ओल्सन ने कहा, मैं न्याय विभाग द्वारा बताए गए अपराधों के लिए खुद को दोषी ठहराना चाहता हूं। उन्होंने यात्रा के रूप में प्राप्त लगभग 18,000 डॉलर के उपहार का खुलासा नहीं किया, जिसकी कानूनी तौर पर जरूरत। उन पर पद छोड़ने के एक साल के भीतर ऐसी गतिविधियों के खिलाफ नियमों के उल्लंघन में कतर के लिए पैरवी करने का भी आरोप लगाया गया था।
विभाग ने अपनी अदालती फाइलिंग में कहा कि ओल्सन को 2016 में सरकार से उनकी सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद कम से कम 20,000 डॉलर का भुगतान प्राप्त हुआ था। एक कैरियर राजनयिक, ओल्सन 2012 से 2015 तक पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत और 2015 से 2016 तक अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए विशेष प्रतिनिधि थे। अमेरिकी कानूनी प्रणाली में एक आरोपी व्यक्ति खुद को दोषी ठहरा सकता है - आरोपों को स्वीकार कर सकता है - और इस तरह स्वाभाविक रूप से उसे दोषी ठहराया जा सकता है।
आमतौर पर अभियोजक दोषी के आरोपों को कम कर सकते हैं या सिफारिश कर सकते हैं कि न्यायाधीश एक उदार दंड दे, क्योंकि यह उन्हें मुकदमे से गुजरने की परेशानी से बचाएगा। न्याय विभाग ने कहा कि ओल्सन को लंदन की हवाईयात्रा और वहां रहने पर खर्च का पैसा पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यवसायी से प्राप्त हुआ था, जिसके नाम का खुलासा अदालती कागजात में नहीं किया गया था, लेकिन केवल पाकिस्तान में पैदा हुए अमेरिकी नागरिक के रूप में पहचान दी गई। उसने कई व्यवसाय संचालित किए थे और पैरवी की। वह एक और सौदे के लिए प्रयासरत था।
विभाग ने कहा कि ओल्सन ने कतर के विशेष प्रतिनिधि के रूप में सेवानिवृत्त होने के एक साल के भीतर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सहित अमेरिकी अधिकारियों के निर्णयों को प्रभावित करने में सहायता की। विभाग की अदालती फाइलिंग ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अमेरिका में कानूनी राजनीतिक योगदान कैसे काम करता है। इसने कहा कि पाकिस्तानी-अमेरिकी से विदेशी सरकारों और व्यक्तियों ने संपर्क बनाए रखा। उसने विदेशी ग्राहकों से धन प्राप्त किया, उस धन का उपयोग अमेरिकी राजनेताओं को राजनीतिक अभियान में योगदान देने के लिए किया। उन योगदानों का अमेरिका में राजनीतिक प्रभाव पड़ा। उसने अपने विदेशी ग्राहकों की ओर से अमेरिकी अधिकारियों से पैरवी की।
विभाग ने अदालती फाइलिंग में कहा कि ओल्सन ने एक कंपनी, मेडिसिन बियर इंटरनेशनल कंसल्टिंग की स्थापना की, जिसके माध्यम से पाकिस्तानी-अमेरिकी द्वारा 20,000 डॉलर प्रति माह और खर्चो के लिए उनकी सेवाओं को बरकरार रखने के लिए सहमत होने के बाद उन्हें कम से कम 20,000 डॉलर का भुगतान किया गया था। विभाग के अनुसार, ओल्सन ने पाकिस्तानी-अमेरिकी के खर्च पर जो लंदन यात्रा की थी, वह बहरीन के एक व्यवसायी से 300,000 डॉलर के एक साल के अनुबंध के संबंध में मिलने के लिए थी।
अदालत के कागजात बहरीन के व्यवसायी की पहचान नहीं करते थे या यह नहीं कहते थे कि अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे या इसमें क्या शामिल होगा। विभाग ने कहा कि पाकिस्तानी-अमेरिकी की कंपनी को कतर के एक अधिकारी से 58 लाख डॉलर मिले और इसमें अमेरिका की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए दोहा हवाईअड्डे पर पूर्व-मंजूरी सुविधा स्थापित करने के लिए अमेरिकी सरकार की पैरवी करना शामिल था।
इसने कहा कि ओल्सन ने पाकिस्तानी-अमेरिकी और एक अन्य व्यवसायी को सलाह दी कि अमेरिकी अधिकारियों को विचार कैसे बेचें। एक अन्य पूर्व अमेरिकी राजदूत, रॉबिन राफेल को भी न्याय विभाग के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन अंतत: किसी भी गलत काम का आरोप नहीं लगाया गया था। संघीय जांच ब्यूरो ने 2014 में उसके घर पर छापा मारा था, जबकि जांच की गई थी कि क्या उसने पाकिस्तानी सरकार को गुप्त जानकारी प्रदान की थी। विदेश विभाग ने उन्हें प्रशासनिक अवकाश पर रखा था और जांच के दौरान उनकी सुरक्षा मंजूरी निलंबित कर दी थी। न्याय विभाग ने अंतत: उन्हें सूचित किया कि उसे जासूसी का संदेह नहीं था और 2016 में जांच बंद कर दी।
(आईएएनएस)
Created On :   29 April 2022 12:00 AM IST