कराची में हिंदुओं और मुसलमानों ने मिलकर मनाई दिवाली
डिजिटल डेस्क, कराची। पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची के प्रसिद्ध श्री स्वामी नारायण मंदिर में मुस्लिम समाज के लोगों ने हिंदू समुदाय के साथ मिलकर दिवाली मनाई। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 29 अक्टूबर तक चलने वाले दिवाली उत्सव में 27 अक्टूबर को मुख्य दिवाली के दिन श्री स्वामी नारायण मंदिर को बहुत खूबसूरती से सजाया गया था। मंदिर परिसर में मिठाइयों के स्टाल लगे हुए थे और लोग एक-दूसरे को दिवाली की मुबारकबाद दे रहे थे। इनमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में थे।
रिपोर्ट में कहा गया कि सलाम और जय श्री राम कहकर एकदूसरे का अभिवादन किया जा रहा था और हैप्पी दिवाली कहने पर शुक्रिया अदा किया जा रहा था। विभिन्न सामाजिक संगठनों के मुस्लिम सदस्य विशेष रूप से व्यवस्था बनाते देखे गए। मंदिर के कस्टोडियन विजय महाराज ने कहा, यह मंदिर की सालों पुरानी परंपरा है। हिंदू और मुसलमान यहां एक साथ पवित्र अवसरों का उत्सव मनाते हैं। हिंदू परिवार, मुस्लिम परिवारों को और हिंदू व्यक्ति अपने मुस्लिम दोस्त को दिवाली, होली और नवरात्र जैसे मौकों पर आमंत्रित करता है। मुस्लिम पूरे श्रद्धाभाव से हमारे उत्सव में शरीक होते हैं। इससे हमारी खुशी बढ़ जाती है। यह हमारी परंपरा है।
उन्होंने कहा कि मंदिर सभी के लिए खुला रहता है। दिवाली जैसे मौकों पर अन्य समुदाय के लोगों को हिंदू आस्था, धर्म और संस्कृति की बेहतर जानकारी मिल जाती है। हम एक ही भूमि की संतान हैं। हममें कई बातें समान हैं। इस मौके पर मौजूद मानवाधिकार कार्यकर्ता नगमा शेख ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि समाज अपनी खुशियां और अपने गम एक साथ मिलकर मनाए, इन्हें साझा करे। तभी सभी को लगेगा कि सभी सब के हैं, कोई अकेला नहीं है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को विशेषकर इस तरह के आयोजनों में शामिल करना चाहिए ताकि वे भारतीय उपमहाद्वीप की समृद्ध संस्कृति को समझ सकें और इससे उनमें अल्पसंख्यकों के प्रति दुराग्रह व नफरत के भाव भी खत्म होंगे। वोमेन एक्शन फोरम की कुरत मिर्जा ने इस बात पर अफसोस जताया कि इस दिवाली समारोह में सरकारी अधिकारियों व राजनेताओं की उपस्थिति ना के बराबर है लेकिन इस पर खुशी जताई कि सिविल सोसाइटी ने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
Created On :   28 Oct 2019 6:30 PM IST