मंकीपॉक्स ने ली 2 और लोगों की जान, स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा: डब्ल्यूएचओ

Monkeypox took 2 more lives, risk of spreading infection to health workers: WHO
मंकीपॉक्स ने ली 2 और लोगों की जान, स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा: डब्ल्यूएचओ
मंकीपॉक्स वायरस मंकीपॉक्स ने ली 2 और लोगों की जान, स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण फैलने का खतरा: डब्ल्यूएचओ

डिजिटल डेस्क, जेनेवा। मंकीपॉक्स के संक्रमण ने दो और लोगों की जान ले ली है, जिससे साल की शुरुआत से अब तक मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ की साप्ताहिक स्थिति रिपोर्ट में कहा गया है, 1 जनवरी से 4 जुलाई तक, डब्ल्यूएचओ को 59 देशों से प्रयोगशाला में पुष्ट किए गए 6,027 मंकीपॉक्स के मामलों की सूचना मिली है और इससे तीन मौतें हुई हैं।

तीनों मौतें अफ्रीका में हुई हैं, जहां 173 मामले सामने आए हैं। यूरोपीय क्षेत्र में सबसे अधिक 4,920 मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद अमेरिका में 902 मामले सामने आ चुके हैं। डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स के प्रयोगशालाओं में पुष्ट मामलों की संख्या में 77 प्रतिशत साप्ताहिक वृद्धि की बात कही है। 27 जून को डब्ल्यूएचओ के अंतिम अपडेट के बाद से, 2,614 नए मामलों और दो नई मौतों के साथ 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मामले नौ नए देशों में भी फैल गए हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, यह पहली बार है कि नए प्रभावित देशों में मंकीपॉक्स के स्थानीय संचरण की सूचना उन देशों से मिली है, जिनका पहले पश्चिम या मध्य अफ्रीका के उन देशों से कोई सीधा जुड़ाव नहीं है, जहां से मंकीपॉक्स की सूचना मिली थी। इसके अलावा, वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि इसे देखते हुए स्वास्थ्य कर्मियों में भी संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है। डब्ल्यूएचओ ने पाया कि रिपोर्ट किए गए मामलों में, अब तक 25 मामलों में हेल्थवर्कर्स के संक्रमित होने की सूचना है।

हालांकि, उन्होंने अभी तक यह निर्धारित नहीं किया है कि स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण व्यावसायिक जोखिम के कारण है या नहीं। अब तक, प्रकोप मुख्य रूप से उन पुरुषों को प्रभावित करता है, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं और जिन्होंने हाल ही में एक या कई पुरुष भागीदारों के साथ यौन संबंध बनाए हैं। अभी तक इससे परे लगातार संचरण का कोई संकेत नहीं मिला है। पुरुषों में लगभग 99.5 प्रतिशत मामले सामने आए हैं, जिनकी औसत आयु 37 वर्ष है।

18-44 वर्ष की आयु के पुरुष इस प्रकोप से असमान रूप से प्रभावित होते हैं, क्योंकि इसी आयु वर्ग में 79 प्रतिशत मामले देखे गए हैं। रिपोर्ट किए गए यौन मामलों में, 60 प्रतिशत समलैंगिक, द्विलिंगी और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले अन्य पुरुषों के रूप में पहचाने गए हैं और 41 प्रतिशत मामले एचआईवी पॉजिटिव वाले हैं। इस बीच, डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. ट्रेडोस अदनोम घेबियस ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, परीक्षण एक चुनौती बनी हुई है और यह अत्यधिक संभावना है कि बड़ी संख्या में मामले अभी सामने ही नहीं आए हैं।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, ज्ञात संपर्कों के बीच संचरण का सबसे अधिक संदिग्ध और सूचित मार्ग, यौन संपर्क के माध्यम से रहा है। बयान के अनुसार, लेकिन यौन संपर्कों की पूरी सूची की रिपोर्ट करने में संवेदनशीलता के कारण, संभावित और पुष्ट मामलों के सभी संपर्कों की पहचान इस प्रकोप में बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हुई है और यह एक कारण हो सकता है कि संचरण की सभी श्रृंखलाओं को तोड़ना मुश्किल है।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   7 July 2022 5:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story