अंतरिक्ष में जंग की तैयारी शुरू, अमेरिका बनाएगा स्पेशल स्पेस फोर्स

अंतरिक्ष में जंग की तैयारी शुरू, अमेरिका बनाएगा स्पेशल स्पेस फोर्स
हाईलाइट
  • ट्रंप ने कहा कि वह नहीं चाहते कि चीन
  • रूस या दूसरा कोई देश हमें लीड करे।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंटागन को अलग से 'स्पेस फोर्स' तैयार करने का आदेश दिया है।
  • ट्रंप ने स्पेस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताया है।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। आधुनिक हथियारों और तकनीकी से लैस अमेरिका ने अब अंतरिक्ष में संभावित जंग लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंटागन को अलग से "स्पेस फोर्स" तैयार करने का आदेश दिया है। उन्होंने स्पेस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला बताया है। ट्रंप ने साफ कहा कि वह नहीं चाहते कि चीन, रूस या दूसरा कोई देश हमें लीड करे। डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को राष्ट्रीय अंतरिक्ष परिषद के साथ बैठक में सशस्त्र बलों की छठी शाखा के रूप में एक अंतरिक्ष बल स्थापित करने के लिए रक्षा विभाग और पेंटागन को निर्देश दिया।  

 


उन्होंने कहा, "यह कुछ ऐसा होने जा रहा है, जो महत्वपूर्ण है, हम एक नई वायुसेना बनाने जा रहा है, हम स्पेस फोर्स बनाएंगे। यह घोषणा नई पुनर्जीवित राष्ट्रीय अंतरिक्ष काउंसिल की बैठक में प्रेसीडेंट ट्रंप ने अचानक से की। ट्रंप बोले अंतरिक्ष यातायात प्रबंधन पर पहली व्यापक नीति का अनावरण करने की तैयार की गई है। हालांकि ट्रंप ने मार्च 2018 में ही एक स्पेस फोर्स बनाने के विचार का प्रस्ताव दिया था।  


ट्रंप ने कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला
 

नई यूएस स्पेस फोर्स अमेरिकी सेना की छठी शाखा होगी, जो स्पेस में अमेरिका का दबदबा बढ़ाएगी। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि स्पेस फोर्स एयर फोर्स से थोड़ी अलग होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "जब बात अमेरिका की सुरक्षा की आती है तो स्पेस में हमारी केवल मौजूदगी ही काफी नहीं है, स्पेस में अमेरिका का वर्चस्व होना चाहिए।" बता दें कि अमेरिका की इस मॉडर्न स्पेस फोर्स का मकसद यह सुनिश्चित करना होगा कि अंतरिक्ष का इस्तेमाल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हो। ट्रंप ने कहा, "पृथ्वी से परे हमारी नियति न केवल राष्ट्रीय पहचान का मामला है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।"

 


नई रणनीति पर काम कर रहा अमेरिका

काउंटरस्पेस ऑपरेशंस और सैन्य प्रशिक्षण मिशन के बाद निगरानी में भी इस स्पेस फोर्स का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यूएस एयर फोर्स ब्रांच के तहत यूएस स्पेस कमांड के पास मिलिट्री स्पेस ऑपरेशंस का पूरा नियंत्रण होगा। अमेरिका की यह स्पेशल फोर्स अंतरिक्ष में लड़ी जाने वाली किसी भी जंग के लिए हमेशा तैयार रहेगी। प्रेसीडेंट के अनुसार, अमेरिका स्पेस में भी लीडर की भूमिका में रहेगा। वह स्पेस प्रोग्राम को भी आगे बढ़ाना चाहते हैं। देखने में आ रहा है कि पिछले 2 दशकों में स्पेस में कई देशों का दखल बढ़ा है। उन्होंने कहा, जल्द ही अमेरिका दोबारा चांद पर और मंगल ग्रह तक पहुंचेगा। स्पेस में बढ़ती चुनौतियों के मद्देनजर अमेरिका अब नई रणनीति पर काम कर रहा है।

Created On :   18 Jun 2018 6:45 PM GMT

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