जैनब मर्डर केस: बच्ची से रेप पर उबला था पाकिस्तान, आज दी गई दरिंदे को फांसी

जैनब मर्डर केस: बच्ची से रेप पर उबला था पाकिस्तान, आज दी गई दरिंदे को फांसी
हाईलाइट
  • जैनब के आरोपी को दी गई फांसी
  • पाकिस्तान के लाहौर हाईकोर्ट ने डेढ़ महीने में सुनाया फैसला
  • बुधवार सुबह साढ़े पांच 5 बजे केन्द्रीय जेल कोट लखपत में फांसी दी गई।

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब में सात साल की मासूम बच्ची से बलात्कार और हत्या के दिल दहला देने वाले केस में आरोपी इमरान अली को फांसी दे दी गई। आरोपी को बुधवार सुबह 5:30 बजे केन्द्रीय जेल कोट लखपत में फांसी दी गई। इस मामले में  लाहौर हाईकोर्ट ने डेढ़ महीने में बड़ा फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मामले को बेहद संगीन मानते हुए कहा था कि बलात्कारी को चार बार मौत की सजा मिलनी चाहिए। 

इमरान अली को मजिस्ट्रेट आदिल सरवर और जैनब के पिता मुहम्मद अामीन की मौजूदगी में फांसी पर लटकाया गया। मंगलवार को इमरान को उससे परिवार से मिलने के लिए 45 मिनट वक्त दिया गया था। 

इमरान ने कबूला था 9 बच्चियों से रेप 

इमरान अली को 23 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। एंटी टेररिज्म कोर्ट ने फरवरी में सजा सुनाते हुए अली को 21 बार फांसी की सजा, तीन उम्रकैद और 23 साल की जेल की सजा सुनाई थी। दोषी इमरान ने जैनब समेत 9 बच्चियों से बलात्कार का गुनाह कबूला था। जैनब का शव 9 जनवरी को कचरे के ढेर में मिला था। नाबालिग की मौत ने राष्ट्रव्यापी आक्रोश को जन्म दिया, क्योंकि डीएनए परीक्षणों ने लड़की के बलात्कार और मौत में अली की भूमिका की पुष्टि की। आरोपी को पकड़ने के लिए एक संयुक्त जांच दल का गठन किया गया था, जिसे पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से दी गई तीन दिवसीय समय सीमा के भीतर हिरासत में ले लिया गया था।

 

 

गौरतलब है कि इस साल 5 जनवरी को बच्ची लापता हो गई थी। उसके माता-पिता सऊदी अरब गए हुए थे और वह अपनी एक रिश्तेदार के साथ रह रही थी।इसके बाद 9 जनवरी को शाहबाज खान रोड के पास कचरे के एक ढेर से उसका शव बरामद किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई थी। रेप और हत्या का आरोपी इमरान अली 7 वर्षीय जैनब का ही पड़ोसी था। जानकारी के मुताबिक इस केस में आरोपी को पकड़ने में जांच एजेंसियों को बहुत मेहनत करनी पड़ी। जब कोई सुराग हाथ नहीं लगा तो एजेंसियों ने आसपास के सभी मर्दों के सैंपल इकट्ठे करने शुरू किए। 1000 सैंपल और 150 डीएनए की जांच के बाद आरोपी की पहचान हो सकी। आरोपी को पकड़ने के लिए पंजाब फॉरेंसिक साइंस एजेंसी, नेशनल डेटाबेस ऐंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी, काउंटर टेररिजम अथॉरिटी और सैन्य एजेंसियों के संयुक्‍त प्रयास की जरूरत पड़ी थी।

 

Created On :   17 Oct 2018 7:59 AM IST

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