Israel Hamas Ceasefire: 'गाजा में शांति के लिए पाकिस्तान करेगा आर्मी का नेतृत्व' इशाक डार ने इजरायल-हमास सीजफायर के मुद्दे पर कही ये बात

गाजा में शांति के लिए पाकिस्तान करेगा आर्मी का नेतृत्व इशाक डार ने इजरायल-हमास सीजफायर के मुद्दे पर कही ये बात
ट्रंप ने नया 20-सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है। इसको लेकर आज मंगलवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि गाजा में शांति सेना की सहायता करने के लिए, पाकिस्तान आर्मी भेजने का नेतृत्व करेगा।

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। इजरायल-हमास के बीच सीजफायर के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नया 20-सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है। इसको लेकर आज मंगलवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि गाजा में शांति सेना की सहायता करने के लिए, पाकिस्तान आर्मी भेजने का नेतृत्व करेगा। साथ ही बताया कि फिलिस्तीन लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी भी जमीनी स्तर का काम संभालेगी।

ट्रंप ने मुस्लिम नेताओं के साथ की बैठक

पिछले हफ्ते इशाक डार संयुक्त राष्ट्र महासभा में सरीक हुए थे, जहां पर हुई ट्रंप की बैठक को लेकर बताया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन महासभा के अलावा उन्होंने मुस्लिम नेताओं के साथ भी बैठक की थी। इसमें पाकिस्तान, सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, जॉर्डन, तुर्किए और इंडोनेशिया के नेता शामिल हुए थे। इस दौरान उन्हीं नेताओं ने ट्रंप के सामने गाजा और इजरायल के बीच जारी जंग को समाप्त करने की बात रखी गई थी।

डार ने इस दौरे को लेकर बताया कि पाकिस्तान अमेरिका दो उद्देश्यों के साथ गया था। पहला संयुक्त राष्ट्र महासभा की गतिविधियों के बारे में जानना और दूसरा गाजा में युद्ध को पूरी तरह समाप्त करना था। उन्होंने आगे बताया, "ट्रंप के साथ बैठक का उद्देश्य गाजा में युद्धविराम की कोशिश करना, गाजा के पुनर्निर्माण की योजना बनाना, गाजा में मानवीय सहायता भेजने की व्यवस्था करना, फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन को रोकना, गाजा से विस्थापित लोगों की वापसी की व्यवस्था करना और वेस्ट बैंक पर इजरायल के कब्जे की कोशिशों को रोकना था।"

स्वतंत्र फिलिस्तीनी बने सरकार

डार ने इस प्रस्ताव को लेकर किए गए, एक सवाल के जवाब में कहा, "हमारा विचार यह है कि वहां टेक्नोक्रेट्स की एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी सरकार हो। इसकी देखरेख एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी निकाय करेगा, जिसमें भी ज्यादातर फिलिस्तीनी होंगे। टोनी ब्लेयर इस संबंध में प्रयास कर रहे हैं। उन्हें अब तक सफलता नहीं मिली है, लेकिन अब उन्हें एक अवसर मिल सकता है।"

उन्होंने आगे ने कहा, "वहां तैनात बल शांति सेना है। जमीनी स्तर पर फिलिस्तीन लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियां होंगी। उनका समर्थन करने वाली अलग सेनाएं होंगी। इंडोनेशिया ने इसके लिए 20,000 सैनिकों की पेशकश की है। मुझे यकीन है कि पाकिस्तान का नेतृत्व भी इस पर कोई फैसला लेगा।"

Created On :   30 Sept 2025 10:04 PM IST

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