पहलगाम टेरर अटैक: 'फाइनेंशिल सपोर्ट के ऐसे आतंकी हमले संभव नहीं..', FATF ने पाकिस्तान को लगाई लताड़, ग्रे लिस्ट में डाल सकता है नाम

- पहलगाम हमले को लेकर FATF का बड़ा बयान
- फंडिंग को बताया हमले का जिम्मेदार
- भारत पाकिस्तान के खिलाफ डोजियर तैयार कर रहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी फंडिंग की निगरानी करने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है। संस्था ने सोमवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमला बिना फाइनेंशियल सपोर्ट के नहीं किया जा सकता। इसको बिना फंडिंग के अंजाम नहीं दिया जा सकता।
पहलगाम हमले के करीब दो महीने बाद आए इस बयान में FATF ने कहा कि आतंकवादी हमले में लोगों को मारते हैं, उन्हें घायल करते हैं और दुनियाभर में डर फैलाते हैं। ग्लोबल टेरर वॉच डॉग का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब भारत की तरफ से पाकिस्तान पर आतंकवादियों को समर्थन देने और मल्टीपल फंड्स का इस्तेमाल हथियारों की खरीद में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया जा रहा है।
'ग्रे लिस्ट' में डाल सकता है FATF
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इन एक्टिविटीज की वजह से पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जा सकता है। 2018 तक पाकिस्तान इस सूची में था। उसे साल 2022 में इस सूची से हटा दिया गया था। भारत की तरफ से लंबे समय से FATF से इसके लिए आग्रह किया जा रहा है। अब FATF के इस बयान से भारत को अपने दावों के समर्थन में मजबूती मिल सकती है।
क्या है FATF?
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की स्थापना साल 1989 में जी-7 देशों की पहल पर हुई थी। विश्व के 39 देश इसमें शामिल हैं। इसका मुख्यालय पेरिस में हैं। हर तीन साल में इसकी मीटिंग होती है। भारत साल 2010 से इसका मेंबर है।
इस साल 20 अक्टूबर को FATF के वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी। जिनमें पहले भारत पाकिस्तान के खिलाफ एक डोजियर तैयार कर रहा है। इसमें वह बताएगा कि कैसे पाकिस्तान खुद को मिलने वाली फंडिंग का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में करता है।
Created On :   16 Jun 2025 10:28 PM IST