PM Modi foreign visit: 'ये संविधान की ही ताकत है जिसके चलते मेरे जैसा गरीब...', नामीबिया की संसद में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

ये संविधान की ही ताकत है जिसके चलते मेरे जैसा गरीब..., नामीबिया की संसद में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • 5 देशों की 9 दिवसीय विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव में नामीबिया पहुंचे पीएम मोदी
  • नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से हुए सम्मानित
  • नामीबिया की संसद को किया संबोधित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अपने 8 दिवसीय विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव में पीएम मोदी बुधवार को अफ्रीकी देश नमीबिया पहुंचे। इस दौरान उन्हें नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस' से सम्मानित किया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने नामीबिया की संसद को भी संबोधित किया।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारतीय संविधान की विशेषता बताते हुए कहा, "ये भारत का संविधान है जिसके कारण एक गरीब आदिवासी परिवार की बेटी आज दुनिया के इस सबसे बड़ी लोकतंत्र की राष्ट्रपति हैं। ये संविधान की ही ताकत है जिसके कारण मुझ जैसे गरीब परिवार में जन्मे व्यक्ति को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। जिसके पास कुछ भी नहीं है, उसके पास संविधान की गारंटी है।"

'भारत को नामीबिया के साथ खड़ा होने पर गर्व'

पीएम मोदी ने कहा, "भारत के लोग आपके स्वतंत्रता संग्राम में नामीबिया के साथ गर्व से खड़े रहे। हमारी आज़ादी से पहले भी, भारत ने संयुक्त राष्ट्र में दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका का मुद्दा उठाया था। नामीबिया में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का नेतृत्व एक भारतीय लेफ्टिनेंट जनरल, दीवान प्रेम चंद ने किया था। भारत को आपके साथ खड़े होने पर गर्व है, सिर्फ़ शब्दों में ही नहीं, बल्कि कार्यों में भी।"

नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिलने पर पीएम मोदी ने कहा, "मैं अपने लोगों के बीच मैत्री के प्रतीक के रूप में नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्राप्त करके अत्यंत गौरवान्वित हूं। नामीबिया के मज़बूत और सुंदर पौधों की तरह, हमारी मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है। आपके राष्ट्रीय पौधे, वेलविचिया मिराबिलिस की तरह, यह समय और उम्र के साथ और भी मज़बूत होती जाती है।"

'भारत के UPI को अपनाने वाला पहला देश'

नामीबिया की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कहा, "हम न केवल अपने अतीत के संबंधों को महत्व देते हैं, बल्कि अपने साझा भविष्य की संभावनाओं को साकार करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम नामीबिया के विज़न 2030 पर मिलकर काम करने को बहुत महत्व देते हैं और हमारी साझेदारी के केंद्र में हमारे लोग हैं। भारत में छात्रवृत्ति और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों से 1700 से ज़्यादा नामीबियाई लाभान्वित हुए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हमें खुशी है कि नामीबिया भारत के UPI को अपनाने वाला पहला देश है। जल्द ही, लोग तेज़ गति से पैसे भेज पाएंगे।"

बता दें कि नामीबिया जाने वाले प्रधानमंत्री मोदी तीसरे पीएम हैं। इससे पहले साल 1998 में तत्कालीन PM अटल बिहारी वाजपेयी और 1990 में वीपी सिंह नमीबिया गए थे।

Created On :   9 July 2025 11:31 PM IST

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