Pakistan-Taliban Border Dispute: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ा तनाव, शहबाज सरकार ने लोगों को दिया घर छोड़ने का आदेश, चैकपोस्ट छोड़कर भागी PAK आर्मी

- पाकिस्तान की कम नहीं हो रहीं मुश्किलें
- सीमा विवाद को लेकर अफगानिस्तान के साथ बढ़ा संघर्ष
- तालिबानी हमले के डर से चौकियां छोड़कर भागी पाक सेना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के अभिन्न अंग कश्मीर पर कब्जा करने का नापाक ख्याल पालने वाले पाकिस्तान को हाल ही में भारतीय सेना के हाथों मुंह की खानी पड़ी थी। इसके साथ ही उसके घर में ही बलूचिस्तान के अलगावादी संगठन सशस्त्र विद्रोह पर उतर आए हैं। बीते कुछ महीनों में बलूचलिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है। इन सब के बाद पाकिस्तान पर एक और मुसीबत आन पड़ी है।
दरअसल, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। अफगानिस्तान का बहराम चह कस्बा जो कि पाकिस्तानी सीमा से सटा है, वह दोनों देशों के बीच हो रहे सशस्त्र संघर्ष का केंद्र बना हुआ है। यहां फरवरी से शुरू हुई झड़पों ने अब बड़ा रूप ले लिया है। इन झड़पों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
ताजा विवाद की शुरूआत तब हुई जब तालिबान ने अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए नई चौकी बनाने की कोशिश की थी। इस चौकी को पाकिस्तानी सेना ने समझौते का उल्लंघन मानते हुए उन पर गोलाबारी शुरू कर दी थी। जिसके जबाव में अफगानिस्तान के तालिबान ने पाकिस्तानी चेकपोस्ट मोर्टार दागकर उसको ध्वस्त कर दिया।
शहबाज सरकार ने लोगों को घर छोड़ने का दिया आदेश
सीमा पर बढ़े संघर्ष के बाद पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने सीमा पर स्थित चगई जिले के ढाई लाख लोगों को तत्काल अपने घर छोड़ने का आदेश दिया है। वहीं तालिबान ने भी सीमा से सटे इलाकों में रह रहे लोगों को घर छोड़ने के लिए कहा है।
बता दें कि बहराम चह चेकपोस्ट अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा (डूरंड लाइन) पर स्थित है। यह नशीले पदार्थों की तस्करी, हथियारों की आवाजाही और विद्रोही गतिविधियों के लिए एक अहम कॉरिडोर माना जाता है। इसके साथ ही यह चगई और हेलमंद के बीच सैन्य गतिविधियों को भी कंट्रोल करता है। इसका नष्ट होना पाकिस्तानी सेना के लिए भीषण संकट पैदा कर सकता है।
दोनों देशों ने तेज की सैन्य तैयारियां
सीमा पर बढ़ीं झड़प के बाद अफगानिस्तान और तालिबान में अपनी सैन्य तैयारियों बढ़ाना शुरू कर दिया है। तालिबान ने जहां कंधार की 205वीं कोर को तैनात किया है। वहीं पाकिस्तान ने तालिबानी हमले का जवाब देने के लिए सीमा पर फ्रंटियर कोर बलूचिस्तान को मजबूत किया और टैंक तैनात किए हैं।
पाक आर्मी चौकियां छोड़कर भागी
तालिबान से भिड़ने के बाद पाकिस्तानी सेना अपनी चार चौकियां छोड़कर भाग खड़ी हुई है। दोनों देशों ने सीमा पर अपने टैंकों को तैनात कर दिया है। इनमें से तीन चौकियां बहराम चह के पास जबकि एक गौंशोरो के पास थी। इन चौकियों पर तालिबान मोर्टार हमले किए, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना को उन चौकियों से पीछे हटना पड़ा। वहीं तालिबानी की तरफ से होने वाले संभावित हमले के मद्देनजर स्कूल, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया है और अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है। सीमा पर रहे लोग भी अपनी सुरक्षा के लिए बम शेल्टर की तलाश कर रहे हैं।
तालिबान के समर्थन में आए बलूच विद्रोही
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान को बलूचिस्तान के अलगाववादी संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। इसके बाद पाकिस्तान में क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। बलूच विद्रोही संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सशस्त्र कार्रवाइयों को तेज करने घोषणा की है।
Created On :   31 May 2025 5:05 PM IST